जौनपुर जिले के प्रभारी निरीक्षक केराकत को एसपी ने लाइन हाजिर कर दिया। सीएम के आदेश की अवहेलना करते हुए प्रभारी निरीक्षक केराकत के आवास के बाहर ही बाहरी व्यक्ति बैठकर पीड़ितों की तहरीर लिख रहा था। जांच के बाद कार्रवाई की गई है। मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना करने के मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने शनिवार की देर रात केराकत कोतवाली के बाहर बाहरी व्यक्ति द्वारा तहरीर लिखे जाने के मामले में प्रभारी निरीक्षक केराकत को लाइन हाजिर कर दिया। यह है मामला बीते दिन शनिवार को  एक अखबार की तरफ से की गई पड़ताल में, मामला सामने आया था कि बाहरी व्यक्ति के द्वारा 50 से 100 रुपये लेकर फरियादियों की तहरीर लिखी जाती है। अमर उजाला की टीम ने पाया कि प्रभारी निरीक्षक केराकत के आवास के बाहर ही रामचंद्र नामक एक ही व्यक्ति कुर्सी पर बैठकर तहरीर लिखने का धंधा शुरू कर दिया है। जिसके बाद पीड़ित जब थाने के अंदर पहुंचकर कोतवाल या दीवान को तहरीर देता है तो उस पर सिर्फ कार्रवाई की बात कह कर टाल दिया जाता है। उन्हें वापस कर दिया जाता है। यही वजह है कि एक तरफ पीड़ित को मायूस होना पड़ रहा था तो वहीं दूसरी तरफ उनकी जेब ढीली पड़ रही थी। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी सरकारी दफ्तर में बाहरी कर्मियों के प्रवेश पर पूरी तरीके से रोक लगाने का आदेश दिया है। इसके बावजूद आदेश का पालन करने वाले लोग खुद अपने दफ्तर में बाहरी व्यक्तियों को बैठकर तहरीर लिखने जैसे मामलों में शामिल हैं।इसे लेकर अमर उजाला की टीम ने पड़ताल किया। मामला संज्ञान में,आने के बाद पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा ने प्रभारी निरीक्षक केराकत दिलीप कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। टीम ने पाया कि तहरीर लिखाने वाले व्यक्ति से पीड़ितों से मिले पैसे से नाश्ता, चाय, पानी भी कराया जाता था।