राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा में नशामुक्त भारत अभियान (विकसित भारत का मंत्र, भारत हो नशे से स्वतंत्र) के संदर्भ मे मनिदेशक, ड्रग्स रोकथाम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, भारत सरकार के निर्देशानुसार नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत नशा मुक्ति शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें कुलपति प्रो.एसके सिंह ने शिक्षकों कर्मचारीयो एवं छात्रों को शपथ दिलाई। सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ नें बताया की आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं में नशे के दुष्परिणाम के प्रति जागरूक करना था। कुलपति नें अपने उद्बोधन में सभी को नशे से दूर रहने की अपील की। किसी एक व्यक्ति की नशे की लत से पूरा परिवार और समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हम सबों को मिलकर मादक पदार्थों के खिलाफ लोगों को जागृत करना चाहिए। सभी से अपील करते हुए कहा की अपने देश को नशामुक्त करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार हर सम्भव प्रयास अवश्य करे। नशा मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य जन-साधारण को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत करना है। डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रोफेसर एके द्विवेदी ने कहा की युवा किसी भी राष्ट्र की ऊर्जा होते हैं तथा युवाओं की शक्ति का समाज एवं देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। एनएसएस चीफ कोऑर्डिनेटर डॉ राजेश भट्ट ने कहा की नशा किस तरह से व्यक्ति का पतन करता है तथा इससे दूर रहने की सलाह दी। नशा एक सामाजिक बीमारी है, हमारा प्रयास है कि नशा मुक्त भारत अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़े, ताकि नशा मुक्ति का संदेश जन-जन तक पहुंचाया जा सके।
इस अवसर पर समस्त विभाग अध्यक्ष, डीन, शिक्षक गण कर्मचारी गण छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे तथा एनएसएस वॉलिंटियर्स ने अपनी सहभागिता दी।