सड़क से परेशान महिलाओं ने खराब सड़क के कीचड़ मे लगाया धान।*

केशोरायपाटन 

तीरथ गांव मे बड़ी नहर का रास्ता नहर के पक्कीकरण के समय ट्रक, जेसीबी और बड़े बड़े साधनों के कारण पूरी तरह से खराब हो गया था। इसके लिए ग्रामीण 18 जुलाई को जिला कलैक्टर बूंदी की जनसुनवाई मे गए थे। कलेक्टर ने तत्काल संबंधित अधिकारी को आदेश दिया था कि इस कार्य को प्राथमिकता से किया जाए। लेकिन 23 दिन बीत जाने के बाद भी कोई कारवाई नहीं हुई।महिलाओं ने बताया कि नहर के पक्कीकरण के बाद मेहराना से तीरथ तक तो ग्रेवल डाल दी गई थी। लेकिन तीरथ के मैन नाले की चैन संख्या 270 से खोजिया वाला नाला चैन संख्या 310 तक ग्रेवल का काम अधूरा छोड़ दिया गया। जैसे ही तीरथ गांव की बस्ती समाप्त हुई फिर से नहर मे डेयरी फार्म की तरफ ग्रेवल डाल दी गई। नहर मे सिर्फ तीरथ बस्ती के सामने ग्रेवल नहीं डाली गई। जैसे ही बारिश शुरु हुई पूरा रास्ता खराब हो गया। अब ग्रामीण अपने खेती किसानी के कार्य भी नहीं कर पा रहे है।पृथ्वीराज मीणा, महावीर, मस्तराम, राजाराम, देवराज ने बताया कि ठेकदारों से पूछा कि नहर ग्रेवल क्यूं नहीं डाली गई है तो ठेकदारों ने कहा जब तक CAD के अधिकारी नहीं कहेंगे तब तक ग्रेवल नहीं डालेंगे। जब CAD अधिकारियो से भी बात की गई तो संतुष्ट पूर्ण जवाब नहीं मिला। बाद मे 18 जुलाई को नहरी अध्यक्ष ब्रह्मानंद मीणा, धर्मराज, प्रदीप, राम खिलाड़ी अन्य ग्रामीण किराए से गाड़ी करके बूंदी कलेक्टर की जनसुनवाई मे गए। कलेक्टर ने आदेश तो दे दिया लेकिन ग्रेवल अब कागजों मे घूम रही है। बिरजू बाई, रामकन्या बाई, धापू बाई, गीता बाई, नटी बाई ने बताया कि कलेक्टर के आदेश के बाद भी एक माह बीत जाने तक भी सड़क मे खिचड़ बना हुआ है। इससे परेशान महिलाओं ने खराब सड़क के कीचड़ मे धान लगा दिया। विमला बाई, बिंतोष बाई, रोशन बाई, दाखा बाई, निर्मला बाई, ने बताया कि यदि हमारा हमारी सड़क को तत्काल सही नहीं किया जाएगा तो हम जिला कलैक्टर कार्यालय मे धान लेकर जाएंगे।