बून्दी। गुरूवार को लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और प्रदेश के वन मंत्री संजय शर्मा की उपस्थिति में संसदीय क्षेत्र कोटा-बून्दी में वन विभाग और दोनों टाइगर रिजर्व से संबंधित विषयों को लेकर बैठक हुई जिसमे रामगढ़ विषधारी में 6 बाघ-बाघिन सहित अन्य वन्यजीव छोड़ने का निर्णय प्रदेश के वन विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली को लेकर सवाल छोड गया कि टाईगर रिजर्व मे बाघ बाघिनो के दीदार करवाने के लिये राज्य सरकार सहित रिजर्व प्रशासन गंभीर नही है तो फिर बाघो का कुनबा बढाने का क्या औचित्य है जिसकी चर्चा शुक्रवार को दिनभर वन्यजीव प्रेमियो व शहरवासियो मे होती रही। 

रामगढ टाईगर रिजर्व के बफर एरिया मे सफारी शुुरू हुये एक वर्ष से अधिक समय बीत गया पर एक वर्ष बीत जाने के बाद भी रिजर्व के कोर एरिया मे सफारी शुरू नही की गई है इससे बाघ बाघिनो का दीदार करने के इच्छुक देशी विदेशी पर्यटको को निराशा ही हाथ लग रही है और संशय की स्थिती बनी हुई है कि आखिरकार कब रामगढ टाईगर रिजर्व के कोर एरिया मे सफारी शुरू होगी होगी और बाघो का दीदार होगा। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार एनटीसीए से टाइगर कन्वर्जेवेशन प्लान ( टीसीपी ) को मूंजरी नही मिली है इसी कारण कोर एरिया मे सफारी शुरू करने की राह नही खुली है। रामगढ टाईगर रिजर्व प्रशासन द्वारा इसके लिये लगतार एनटीसीए से पत्र व्यवहार किया जाकर एनटीसीए की गाइडलाइन की पालना के प्रयास किये जा रहे है पर यह प्रयास कब पूरे होगे इसको लेकर संशय बना हुआ है। इस सम्बन्ध मे जानकारी के लिये रामगढ टाईगर रिजर्व के उपवन सरक्षंक से सम्पर्क किया गया पर उन्होने हमेशा की तरह काॅल अटेंड नही किया। 

पर्यटको का रामगढ के प्रति उत्साह

रामगढ टाईगर रिजर्व के प्रति पर्यटको का उत्साह का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि 23 जून 2023 से 31 मई 2024 तक 556 देशी विदेशी पर्यटको ने रामगढ टाईगर रिजर्व के बफर एरिया मे सफारी का लुत्फ उठाया जिसमे से 434 देशी पर्यटको व 122 विदेशी पर्यटको मे से देशी पर्यटको की संख्या ज्यादा रही। इन 434 देशी विदेशी पर्यटको को टिकटो की बिक्री से रिजर्व प्रशासन को 4 लाख 22 रूपये की आय हुई है। ये आय तो बफर एरिया मे करवाई जा रही सफारी से है अगर जल्द ही कोर एरिया मे सफारी शुरू हुई तो रामगढ टाईगर रिजर्व एक बार फिर अपनी समृद्व विरासत की इबारत लिखेगा।

रामगढ टाईगर फाउंडेशन की मांग हुई पूरी

गत 20 जुलाई को रामगढ टाईगर फाउंडेशन के प्रतिनिधीमंडल ने अध्यक्ष भंवर त्रिभुवन सिंह हाडा की अुगवाई मे लोकसभाध्यक्ष से मुलाकात कर रामगढ टाईगर रिजर्व मे 11 बाघ बाघिन छोडने, अक्टूम्बर से कोर एरिया मे सफारी शुरू करने, कोर एरिया के 8 गांवो को रिलोकेट करने, रिजर्व एरिया मे वाइल्ड लाइफ रिप्रेजेटशेन सेंटर, नेचर हिस्ट्री म्यूजियम व बाॅयलोजिकल म्यूजियम बनाने व रिजर्व एरिया मे 500 सांभर व हिरण व झर महादेव तालाब पर 4 जोडी मगरमच्छ छोडने की मांग की थी। जिसमे से रिजर्व मे 11 बाघ बाघिन मे से 9 बाघ बाघिन छोडने की मांग पूरी हो चुकी है। पूर्व मे भी रामगढ टाईगर फाउडेशन की मांगो को प्रमुखता से पूरा किया गया है। 

इनका कहना है..........................

नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी को टाइगर कंजर्वेशन प्लान भेजा गया है एवं उम्मीद अनुसार अक्टूबर प्रथम सप्ताह में रामगढ़ विश्धारी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में पर्यटक जंगल सफारी में टाइगर लेपर्ड भालू व अनेक जानवरों के दीदार कर सकेंगे, कोर एरिया के 3 गेट शुरुआत में खोले जाएँगे, साथ ही आठ गावों के शिफ्टिंग व प्रे बेस शिफ्ट में भी गतिशीलता लायी जायेगी। इस विषय को तीव्रता से अमल में लाने के लिये माननीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व ओसडी राजीव दत्ता को भी जल्द अवगत कराया जायेगा। भँवर त्रिभुवन सिंह हाड़ा, अध्यक्ष, रामगढ़ टाइगर फाउंडेशन