कोटा में सेवा और समर्पण की प्रतिमूर्ति के रूप में युवाओं की टीम लगातार लोगों की मदद एसडीपी व ब्लड डोनेशन के माध्यम से कर रही है। टीम जीवनदाता के संयोजक व संरक्षक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीज फैजान अंसारी की प्लेटलेट कम होने पर चिकित्सकों की राय पर एसडीपी के लिए परिजनों ने डोनर की तलाश की लेकिन व्यवस्था नहीं हो सकी। ऐसे में अल सुबह करीब 5 बजे मरीज के परिजन आफताब अंसारी अपना ब्लड सेंटर पहुंचे और ओ पॉजीटिव एसडीपी के लिए कहा। उसके बाद कई लोगों को कॉल किया लेकिन सुबह का समय होने से डोनर की व्यवस्था नहीं हो सकी, ऐसे में हाडौती ब्लड डोनर सोसायटी के अध्यक्ष मनोज चंचलानी को कॉल किया तो वह सुबह मोर्निंग वॉक पर थे, लेकिन मरीज की गंभीर स्थिति से अवगत कराया तो वह सीधा ब्लड बैंक पहुंचे और उन्होंने 65वीं बार एसडीपी डोनेट की। वह इससे पूर्व 21 बार ब्लड डोनेशन कर चुके हैं और निरंतर ब्लड डोनेशन कैंप लगाते हुए जरूरतमंद की मदद का प्रयास करते हैं। इस अवसर पर मनोज ने अटेंडर को मोटिवेट किया और उन्होंने भी मनोज की भावनाओ के अनुरूप रक्तदान किया और साथ ही हर तीन माह में रक्तदान का संकल्प लिया। मनोज ने कहा कि रक्तदान मेरे लिए एक पैशन है, एक संस्कार है और जब कोई रोगी मुझसे मदद की गुहार करता है तो ऐसा लगता है ईश्वर का इशारा है इस कार्य को करके उनको अनूठी खुशी महसूस होती है , उन्होंने नेत्रदान और देहदान का भीं संकल्प लिया हुवा है और नियमित रूप से अन्य लोगो को इस कार्य हेतु प्रेरित भी कर रहे है।