भाजपा नेता राकेश नायक की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने " सुरक्षित यात्रा के अधिकार का कानून " बनाने और नेशनल हाइवे से मवेशी हटाने के लिए टोल कंपनियों को पाबंद करने की मांग लेकर केंद्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के नाम प्रोजेक्ट मैनेजर कोटा को ज्ञापन सोपा। नायक ने बताया कि भारत में परिवहन का सबसे बड़ा साधन सड़के है जिनके रखरखाव के लिए टोल कंपनिया मोटी राशि के रूप में टोल की वसूली करती है परंतु रखरखाव के नाम पर लीपापोती के साथ साथ हाइवे पर जानलेवा दुर्घटनाओं को दावत दे रहे मवेशियों को नही हटा रही है नतीजन आए दिन लोग इन मवेशियों से टकराकर घायल हो रहे है। जबकि हाइवे की मरम्मत और रखरखाव के साथ साथ सुरक्षित और बाधा यात्रा देना टोल की जिम्मेदारी है इसलिए हाइवे से मवेशियों को हटाने के लिए टोल कंपनियों को पाबंद किया जाना चाहिए साथ ही मवेशियों के कारण कोई भी दुर्घटना होने पर टोल कंपनियों द्वारा मुआवजा भी मिलना चाहिए और टोल कंपनी सहित लापरवाह अधिकारियों पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।भाजपा नेता आलोक गोयल और नवीन खत्री ने बताया कि टोल कंपनियों की लापरवाही के कारण नेशनल और स्टेट हाइवे के टोल के आसपास, ओवर ब्रिज के ऊपर, खतरनाक घूमो पर मवेशियों का जमावड़ा होना और उनसे टकराकर लोगो के घायल होने का सिलसिला लगातार जारी है पर नेशनल हाइवे के अधिकारियों द्वारा टोल कंपनियों के खिलाफ अभी तक कोई एक्शन नही लिया गया है। नायक ने बताया केंद्रीय मंत्री के नाम ज्ञापन में "सुरक्षित यात्रा के अधिकार" का कानून बनाने की मांग की गई ताकि जनता की जान जोखिम में डालने वाले लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही हो जिससे सबक लेकर अधिकारी जनता को सुरक्षित और अबाध यात्रा उपलब्ध कराए। उस अवसर पर नरेंद्र पुरी,मनु प्रताप, धवन द्वाला,चिराग भार्गव आदि उपस्थित रहे।