बून्दी। प्रशासन की उदासीनता का दंश झेल रही देवपुरा तहसील रोड स्थित बालाजी की बावड़ी आज पूर्ण रूप से जर्जर हो चुकी हैं नतीजन बावड़ी जमीदोज होने की कगार पर है और बारिश के कारण बावड़ी लबालब हो चुकी है जो हादसे को निमंत्रण दे रही है। 
बावड़ी का निर्माण संवत 1774 ( 1717ईस्वी )में महाराव बुधसिंह के शासन काल में रावराजा अनिरुद्ध सिंह की पत्नी लाड़कँवर द्वारा गणेश बाग ओर आसपास के इलाकों में जलापूर्ति के लिए इसका निर्माण करवाया गया था, परन्तु आज रियासतकालीन बावड़ी के पूर्वी हिस्से में बने बालाजी के  मंदिर का एक हिस्सा भी ढह गया है मंदिर का हिस्सा क्षति ग्रस्त होने से बालाजी का मंदिर ढह जाने की कगार पर है जो किसी भी समय ढह सकता हैं , जिससे आम जन में जनहानि होने की आशंका बनी हुई हैं , फिलहाल मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश को बंद कर दिया गया हैं , ताकि कोई जनहानि न हो पाए। पूर्व में प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही नही करने से आम जन में प्रशासन्न के उदासीन रवेये से नाराजगी बनी हुई है।
इनका कहना हैै..................
इस बावड़ी को बचाने के लिए क्षेत्र वासियों के साथ तत्कालीन जिला कलेक्टर रेनू जयपाल को अवगत करवाया गया था, परंतु प्रशासन के उदासीन रवैये के कारण बावड़ी तो ढह गयी है, बालाजी का मंदिर मूर्ति सहित समाप्त होने के कगार पर हैँ , मंदिर व बावडी को बचाने के लिए प्रशासन अब भी नही चेता तो बड़ा जन आंदोलन करेंगे। देवराज गोचर, पार्षद