दशहरा मेला में सिने कलाकारों से भरे होंगे कार्यक्रम, उद्धघाटन कार्यक्रम से होगी शुरुवात

131वें राष्ट्रीय दशहरा मेला -2024 को भव्यता प्रदान करने के लिए मेला समिति ने कवायद शुरू कर दी है। मेले के उद्धघाटन कार्यक्रम में सिनी कलाकारों के साथ भाजपा सांसदों को बुलाने पर विचार चल रहा है। मेले के सफल आयोजन को लेकर 11 अगस्त को मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी के नेतृत्व में कोटा उत्तर व दक्षिण के पार्षदो की संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें पूर्व मेला अध्यक्षो व शहर के प्रबुद्धजनों से सुझाव लिए जाएंगे। यह पहला मौका होगा जब केंद्र व राज्य में भाजपा की सरकार और कोटा दंक्षिण में भाजपा का बोर्ड है और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा दक्षिण से होने से कोटा दशहरे मेले में चार चांद लगेंगे। इसका लाभ कोटा की जनता को होगा और मेला समिति को भी भव्य रूप से दशहरा मेला भराने में सहयोग मिलेगा।

कोटा के दशहरा मेला को राष्ट्रीय स्तर के आयोजन को लेकर मेला समिति ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। मेला समिति ने कोटा दशहरा ग्राउंड में निर्माण सहित विभिन्न प्रकार की अव्यवस्था को दूर करने के लिए प्रथम बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार शुक्रवार तक निविदाएं जारी की जाएगी। 

मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि इस बार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिराला के निर्देश पर कोटा में भव्य मेले का आयोजन होने जा रहा है। मेले के उद्घाटन सत्र में 4-5 सिनी कलाकारों के साथ भारतीय जनता पार्टी के सांसदों को बुलाने पर विचार चल रहा है। जिससे मेले के उदघाटन कार्यक्रम में शहर की अधिक से अधिक संख्या में भाग ले सके। स्पीकर ओम बिरला के सहयोग से कोटा दशहरा मेला में आयोजित होने वाले कार्यक्रमो के लिए कम राशि मे कलाकारों को बुलाने का प्रयास किया जाएगा। दशहरा मेला में सिनी संध्या, पंजाबी कार्यक्रम, भोजपुरी कार्यक्रम, सिंधी कार्यक्रम आधी का आयोजन किया जाता है। समिति इस बार पिछले 5 साल के दौरान बुलाए गए कलाकारों को दोबारा रिपीट नही करने का निर्णय लिया गया गया। शहर के लोगो सुझाव लेकर जल्द ही कलाकारों के नाम पर मेला समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। दशहरा मेला में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमो की डॉक्यूमेंट्री तैयार कर पर्यटन विभाग के माध्यम से कोटा दशहरा मेले का देशभर प्रचार प्रसार किया जाएगा। इसके परिणाम हमे अगले साल होने वाले दशहरा मेले में देखने को मिलेंगे। विदेशी पर्यटक दो साल पहले ही अपना प्रोग्राम तय कर लेते है। हमारा प्रायास रहेगा कि अगली साल दशहरा का कार्यक्रम 6 माह पहले तय कर कलेंडर जारी किया जा सके। प्रचार प्रसार के माध्यम से इन पर्यटको को कोटा लाने के लिए टूर एजंसी के साथ बैठक तय कर रूप रेखा तैयार करने का मौका मिलेगा।

उन्होंने बताया कि इस बार कोटा दशहरा मेला में दिव्यांग व बुजुर्गों के लिए गोल्फ कार्ड चलाने पर भी विचार किया जा रहा है। जिससे दिव्यांग व बुजुर्ग गोल्फ कार्ड में आसानी से मेला परिसर में घूम सकेंगे । 

मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि दशहरे में का मेला लगने पर भी चर्चा की जा रही है दशहरे में कोटा सहित प्रदेश वह अन्य प्रदेश के लोग क्रय विक्रय कर सकेंगे। जिससे उन्हें टैक्स में छूट मिलेगी इससे लोगों को भी फायदा होगा और निगम को भी राजस्व की प्राप्ति होगी।

भव्य होगा रावण दहन कार्यक्रम:

दशहरा मेला में इस बार रावण दहन का कार्यक्रम भव्य व आतिशबाजी भरा होगा। समिति सदस्यों का कहना है कि रावण दहन कार्यक्रम में हर बार आतिशबाजी कम होने व भ्रष्टाचार जैसे आरोप लगते आए है। इस बार रावण दहन का कार्यक्रम भव्य होगा साथ ही रावण दहन के दौरान कोटा की जनता को जोरदार आतिशबाजी देखने को मिलेगी। 

पशुपालन विभाग से बैठक के बाद पशु मेले पर होगा निर्णय:

पशु मेले का आयोजन देवनारायण योजना में होने के बाद से कोटा दशहरा मेले की रौनक कम हो चुकी है। ऐसे में पशु मेले को फिर से दशहरा ग्राउंड के पास भराए जाने की मांग उठने लगी है। मेला समिति की प्रथम बैठक में भी पर्यटन विभाग के सदस्यों ने पशु मेले व उनसे जुडे आयोजन जैसे डॉग शो आदि कराए जाने का सुझाव रखा गया था। किसान के दशहरा मेला में आने से किसान रंगमंच पर भी भव्य कार्यक्रम का आयोजन हो सके।

मेला समिति समिति पशुपालन विभाग के साथ बैठक के बाद इसपर निर्णय ले सकती है। समिति सदस्यों का कहना है कि यदि पशु पालक मेले का आयोजन करना चाहते है और अपने पशु क्रय-विक्रय के लिए लाना चाहते है तो मेला समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल पशु मेले के लिए देवनारायण योजना में स्थान चयनित है।

राठौड़ी करने वाले पर कसेगी नकेल:

मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने सभी पार्षद, अधिकारी, कर्मचारी, ठेकेदार, दुकानदार सहित सभी को दशहरा के आयोजन से पहले चेतावनी देेते हुए कहा कि इस बार किसी की राठौड़ी नहीं चलने दी जाएगी। यदि कोई भी गलत करता पकड़ा गया या भ्रष्टाचार जैसी शिकायत मिली तो उसपर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। दशहरा में असामाजिक तत्वों द्वारा अतिक्रमण किया जाता है जिनसे निगम को कोई राशि प्राप्त नहीं होती। ऐसे अतिक्रमण कारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसलिए वो लोग निगम का सहयोग करें और निगम में राशि जमा करें।