टीम जीवनदाता के सेवा भावी सदस्यों के कारण लोगों को दिन-रात 24 घंटे एसडीपी, रेयर ग्रुप का ब्लड भी उपलब्ध हो पा रहा है। टीम जीवनदाता के संयोजक व संरक्षक भुवनेश गुप्ता ने बताया कि निजी अस्पताल में भर्ती जवाहर लाल पारेता की प्लेटलेट मैच 5000 रह गई थी, ऐसे में चिकित्सकों ने शीघ्र ही प्लेटलेट चढ़ाए जाने के लिए परिजनों से कहा। परिजनों ने प्रयास कर टीम जीवनदाता से संपर्क किया। भुवनेश गुप्ता ने बताया कि रात के समय बी पॉजिटिव डोनर दीपक भाटिया हमेशा तैयार रहते हैं और कभी उनके यहां से नकारात्मक संदेश नहीं आता, जैसे ही उन्हें कॉल किया वह तुरंत ही अपने परिवार के किसी कार्यक्रम में व्यस्त होने के बाद भी कार्यक्रम छोड़ सीधे अपना ब्लड सेंटर तलवंडी पहुंचे और उन्होंने 56वीं बार एसडीपी डोनेशन किया है। वह इससे पूर्व कई बार ब्लड डोनेशन भी कर चुके हैं। दीपक भाटिया एलआईसी में कार्यरत है और जीवन का महत्व अच्छे से जानते हैं। स्वम भारतीय जीवन बीमा अभिकर्ता संघ के अध्यक्ष होने के नाते कई बार रक्तदान शिविर लगाकर आमजन को प्रेरित भी करते है। इस सेवा कार्य में उनकी पत्नी रिंकू भाटिया, उन्हें निरंतर मोटिवेट करती है। वह एलआईसी में निरंतर रक्तदान शिविर भी लगाते आ रहे हैं। उनकी बेटी निष्ठा भाटिया भी निरंतर ब्लड डोनेशन कर आमजन की सेवा में अपनी भागीदारी निभा रही है।