आज की डिजिटल यंग जेनरेशन के अधिकतर लोगों में फोकस की कमी है और वे किसी न किसी की तरीके की मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्या जूझ रहे हैं। मेंटल हेल्थ खराब होने के कई कारण होते हैं और ओवरथिंकिंग इनमें से एक है। इन दिनों कई लोग इसकी प्रभावित है। खासकर यंग जनरेशन में यह ज्यादा आम है।
सोशल मीडिया के इस जमाने में हंसती खेलती फोटो के पीछे कई उदास और बेचैन चेहरे छिपे होते हैं, जिन्हें पहचानना बहुत जरूरी है। ओवरथिंकिंग से उबरने के रास्ते नहीं खोजे गए तो ये डिप्रेशन और सुसाइड तक की वजह बन सकता है। ऐसे में कुछ तरीकों की मदद से इसे हैंडिल किया जा सकता है।
ओवरथिंकिंग को ऐसे करें हैंडिल-
- जो भी काम कर रहे हैं, उससे ब्रेक लें और लंबी गहरी सांस खींचें।
- जो भी स्थिति सामने आते जाती है, उसे स्वीकार कर के उसके अनुसार अगले दिन के टू डू लिस्ट बनाएं और खुद को हर स्थिति में व्यस्त रखें।
- जब ऐसा महसूस हो कि दिमाग अब ओवरथिंकिंग शुरू करने वाला है, तभी उठें और एक छोटा सा वॉक लें, गाना सुनें या फिर अपना फेवरेट स्नैक मंच करें। इससे दिमाग तत्काल डिस्ट्रेक्ट होता है।
- ओवरथिंकिंग करने की जगह दिमाग में आ रही भावनाओं को डायरी में लिखें। भले ही ग्रामर न ठीक हो, या फिर आपके द्वारा लिखी गई बातें फिजूल और बेसिर पैर की हो, तब भी लिखें और फिर मन कुछ हल्का महसूस होने लगे तो इस पेपर को डायरी से हटा भी सकते हैं।
- पैसे आज हैं तो कल नहीं हैं, पैसे के बारे में ओवरथिंकिंग करने से पैसे के साथ समय और स्वास्थ्य भी खराब होता है।
- अधिक बोलने की बजाए अधिक सुनें। बोलने में कुछ अधिक मुंह से निकल जाने पर ओवरथिंकिंग की बाढ़ सी आ जाती है। इससे बेहतर है कि जमीन से जुड़े रहे, लोगों को बातें सुनें और अपनी बात किसी के ऊपर न थोपें।
- समस्याओं की जानकारी होने पर भी उसे हैंडल न कर पाने के कारण ये जेनरेशन मेंटल हेल्थ के सेक्टर की जनसंख्या और भी बढ़ाती है। अनुभवी लोगों के जीवन को आउटडेटेड समझने की जगह उनसे सीखें और ओवरथिंकिंग कर के अपनी समस्याओं को और बढ़ावा न दें।