राजस्थान शिक्षा विभाग एक बड़ा फेरबदल करने में जुटा है। दरअसल प्रदेश के कई शिक्षकों को अब विभाग इधर-उधर करने की तैयारी में लगा है। प्रदेश के कई स्कूल ऐसे हैं, जहां अतिरिक्त शिक्षक मौजूद हैं। वहीं कई स्कूलों में शिक्षकों का टोटा है। अब विभाग शिक्षकों की कमी पूरी करने के चलते यह कदम उठाने जा रहा है। ऐसे में प्रदेश के 37 हजार शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में लगाया जा सकता है। इस संबंध में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कुछ दिनों पहले ही निर्देश दिए थे। दरअसल राजस्थान में स्कूल क्रमोन्नत होने या फिर महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल में बदलने से कई शिक्षक अतिरिक्त हो चुके थे। जब इसकी जानकारी शिक्षा मंत्री दिलावर तक पहुंची तो उन्होंने अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों को समायोजित करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद जब सूची तैयार की गई तो सामने आया कि प्रदेश में 37 हजार शिक्षक कई स्कूलों में अतिरिक्त लगे गए हैं। हालांकि जिन स्कूलों में शिक्षकों का पद रिक्त है, वहां से इन अतिरिक्त टीचर्स को वेतन दिया जा रहा है। यानि ये शिक्षक उस स्कूल में पढ़ा तो नहीं रहे हैं, लेकिन वहां से वेतन जरूर उठा रहे हैं। अब शिक्षा विभाग जिन स्कूलों में टीचर्स की कमी है, वहां अतिरिक्त शिक्षकों को भेजने की तैयारी कर रहा है। राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा का कहना है कि समायोजन से शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी। हम लंबे समय से अधिशेष शिक्षकों के समायोजन की मांग कर रहे थे।