बीते महीने माइक्रोसॉफ्ट ने ग्लोबल आउटेज का सामना किया था जिसके चलते लोगों को लंबे समय तक परेशानी का सामना करना पड़ा । इसके कारण एयरलाइन्स ऑफिस और यहां तक की दुनिया भर के कई अस्पताल भी प्रभावित हुए थे। हालांकि कंपनी ने इस आउटेज को संभाल लिया था मगर अभी भी इससे रिकवरी में परेशानी हो रही है। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट ने डेल्टा को जिम्मेदार बताया है
19 जुलाई को माइक्रोसॉफ्ट ने सबसे बड़े आउटेज का सामना किया। इसके कारण दुनिया भर में कई एयरलाइन्स, बैंक और रेलवे नेटवर्क प्रभावित हुए थे। कंपनी ने बताया था कि इसका कारण क्राउडस्ट्राइक है। अब माइक्रोसॉफ्ट ने वैश्विक आउटेज से उबरने के अपने संघर्ष के लिए डेल्टा को दोषी ठहराया।
बीते मंगलवार को माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि डेल्टा एयर लाइन्स कंपनी को वैश्विक साइबर आउटेज से उबरने में संघर्ष पैदा कर रही है और इसके कारण उसे 6,000 से अधिक फ्लाइंट रद्द करनी पड़ीं। आइये जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है।
पिछले महीने हुआ बड़ा आउटेज
- जैसा कि हम जानते हैं कि पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट ने बहुत बड़े आउटेज का सामना किया था।
- इसका कारण साइबर सुरक्षा फर्म क्राउडस्ट्राइक द्वारा किया गया एक सॉफ्टवेयर अपडेट था, जिसने कई एयरलाइनों सहित माइक्रोसॉफ्ट के ग्राहकों के लिए सिस्टम संबंधी समस्या को जन्म दिया।
- हालांकि डेल्टा में जारी रहने पर अन्य प्रमुख अमेरिकी वाहकों में अगले दिन व्यवधान कम हो गया।
- माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि इसकी प्रारंभिक समीक्षा से पता चलता है कि डेल्टा ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के विपरीत अपने आईटी बुनियादी ढांचे को आधुनिक नहीं किया है।