बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर भड़की हिंसा के बाद हालात बेकाबू हैं. भारत शुरू से ही पड़ोसी मुल्क के हालातों पर नजर रख रहा है. गुरुवार को जैसे ही शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद मुल्क छोड़ा, भारत ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तेजी से कदम उठाए. भारत की सुरक्षा एजेंसियां हर संभावित परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार थीं. शेख हसीना एयरफोर्स के जेट से भारत की ओर रवाना हुईं. दोपहर करीब 3 बजे भारतीय एयरफोर्स के रडार ने बांग्लादेश से भारतीय सीमा में एक एयरक्राफ्ट डिटेक्ट किया. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एयर डिफेंस पर्सनल को यह जानकारी थी कि जेट में हाई प्रोफाइल यात्री हैं. ऐसे में उन्हें सुरक्षा देने के लिए पश्चिम बंगाल के हासीमारा एयरफोर्स स्टेशन से दो राफेल ने उन्हें सुरक्षा देने के लिए उड़ान भरी. हसीना के एयरक्राफ्ट ने बताए गए हवाई मार्ग को फॉलो किया. इस दौरान राफेल, भारतीय सुरक्षा अधिकारी और जमीनी एजेंसियां पूरी गतिविधि पर बारीकी से नजर रखें रहीं. भारतीय वायु सेना और थल सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने भी स्थिति पर बारीकी से नजर रखी. जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की. हसीना का विमान शाम 5.45 बजे हिंडन एयरबेस पर उतरा. इस दौरान एनएसए अजीत डोभाल भी मौजूद थे. दोनों के बीच एक घंटे तक बैठक हुई और बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति और फ्यूचर प्लान पर चर्चा हुई. इसके बाद डोभाल ने पूरी जानकारी पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट कमेटी ऑफ सिक्योरिटी को दी.