कांग्रेस नेता सचिन पायलट के करीबी विधायक मुकेश भाकर को राजस्थान विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया है. अब वह बजट सत्र की शेष कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. भाकर पर सोमवार को सदन में हंगामे के दौरान स्पीकर वासुदेव देवनानी की तरफ गलत इशारे करके दुर्व्यवहार करने का आरोप है. दरअसल, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल पर अपने पुत्र को जोधपुर में अधिवक्ता लगाने के आरोप पर हंगामा हो गया. इस बीच हंगामा कर रहे कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के आसन की ओर इशारा करने पर स्पीकर वासुदेव देवनानी नाराज़ हो गए. सस्पेंड करने के बाद मार्शल बुलाकर जब विधायक भाकर को बाहर निकाला जाने लगा तो कांग्रेस की महिला विधायक मुकेश भाकर के बचाव में उतर गईं. उन्होंने भाकर के चारों तरफ घेरा बनाकर मार्शल की कार्रवाई का विरोध किया. इस बीच मार्शल और कांग्रेस विधायकों के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई हो गई. इसके बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई. एमएलए मुकेश भाकर के निलंबन पर सचिन पायलट ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "विधान सभा में प्रतिपक्ष के विधायकों के साथ जिस प्रकार का अलोकतांत्रिक व पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. विधायक मुकेश भाकर जी का निलंबन तानाशाही को प्रमाणित करता है. इसके साथ ही विधायक हरिमोहन जी एवं अनिता जाटव जी के साथ भी अमर्यादित व्यवहार किया गया जो लोकतांत्रिक मूल्यों को आहत करने वाला है."