जयपुर ग्रामीण लोकसभा चुनाव परिणाम का विवाद हाईकोर्ट पहुंच गया है. अब 5 अगस्त को हाईकोर्ट में इस मामले की पहली सुनवाई होगी. कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा चुनाव परिणाम के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे हैं. जस्टिस उमाशंकर व्यास की कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी. परिणाम के वक्त भी इस सीट को लेकर काफी हंगामा हुआ था. कांग्रेस नेताओं ने यहां री-काउंटिंग की मांग की थी. नजदीकी अंतर से हार पर नेताओं ने कोर्ट जाने की बात की थी और अब मामला कोर्ट पहुंच गया है. जयपुर ग्रामीण सीट से भाजपा के राव राजेंद्र सिंह ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा को 1615 मतों से हराया था. मतगणना के दौरान कॉमर्स कॉलेज स्थित मतगणना केंद्र पर भारी हंगामा हुआ था. कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा ने रिटर्निंग ऑफिसर पर मतगणना में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे. उन्होंने तब कहा था कि हमें 4 घंटे तक बिठाए रखा और भरोसा दिया कि हमारी शिकायत की सुनवाई करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया. रद्द किए गए वोटों को नहीं दिखाया. हमारे प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को आने नहीं दिया, लेकिन भाजपा प्रत्याशी अपने साथ जमवारामगढ़ के विधायक को लेकर आए. विधायक ने अधिकारियों से कानाफूसी की और मेरी सुनवाई नहीं हुई. अब इसी मामले को लेकर वे कोर्ट गए हैं. जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट के परिणाम पर पायलट ने कहा था "वहां पारदर्शिता नहीं रही". जिस प्रकार से वोट रद्द हुए, एक युवा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा. हम कोर्ट में भी जाएंगे. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी लगातार यह आरोप लगाते रहे कि अनिल चोपड़ा को जानबूझकर हराया गया है. इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चौपड़ा ने महापंचायत भी बुलाई थी.