शिक्षा विभाग और पंचायती राज विभाग राजस्थान में वृक्षारोपण का रिकॉर्ड बनाने वाला है. 7 अगस्त को हरियाली तीज पर राजस्थान सरकार ने करोड़ों पौधे लगाने का फैसला किया है. इसके लिए शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने लोगों से अपील की है. साथ ही इसके लिए विद्यालयों को 37 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. मंत्री मदन दिलावर ने मोटरसाइकिल चलाने वालों से 5 पौधे, कार वालों से 10 पौधे और जिनके घरों में एसी लगे हैं उनसे 50 पौधे लगाने की अपील की है. कार्यक्रम से पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राजस्थान का तापमान 55 डिग्री तक गया था. राजस्थान का तापमान 47 से कम कहीं नहीं रहा. अगर 48 से ज्यादा तापमान होता तो जिला कलक्टर एवं अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए जाते हैं. यह तापमान हमारे लिए खतरे की घंटी है. यह बताता है कि अगर आप सुधरे नहीं तो मानवता का अस्तित्व खतरे में है. इसलिए हमें अपने आप को, अपने परिवार को बचाने के लिए पेड़ लगाने की जरूरत है. जिससे तापमान कम होगा. एक पेड़ अपने जीवन काल में 4 से 5 करोड़ रूपए की आमद देता है, ऑक्सीजन देकर अपने आसपास 4 से 5 डिग्री तापमान कर देता है. विश्व के जिन 15 शहरों का तापमान सबसे अधिक है, उनमें 7 राजस्थान के हैं. इसलिए हमारी भूमिका अहम है. हमने इसे जन आंदोलन बनाने की कोशिश की है. हमने साधु संतो से अपील की है. एनजीओ, समाजसेवी संस्थाओं, व्यवसाइयों से अपील की है. मंत्री ने कहा कि 200 पेड़ जहां होंगे, वहां एक नरेगा कर्मी उसकी देखभाल व पानी डालने का काम करेगा. 37 करोड़ रुपए हम इस अभियान के लिए खर्च करेंगे. प्राइमरी स्कूल के लिए 15 माध्यमिक के लिए 35 और उच्चतर माध्यमिक के लिए 55 हजार रुपए प्रति विद्यालय खर्च किए जायेंगे. सरकार व्यापक रूप से जागरूकता फैलाने के लिए 17 लोगों को ब्रांड एम्बेसडर बनाया है. सरकार ने अलग-अलग वर्गों को पेड़ लगाने का लक्ष्य दिया है. मोटरसाइकिल चलाने वाले 5 पौधे, कार वाले 10 पौधे और जिनके घरों में एसी लगे हैं, वे लोग 50 पौधे लगाएगा. पेट्रोल पंप व गैस एजेंसी के मालिक 300 पौधे व औद्योगिक इकाईयों में कर्मचारियों की संख्या के हिसाब से पौधे लगाए जायेंगे. स्कूली बच्चों को भी अपने परिवार के सदस्यों की संख्या के अनुसार पौधे लगाने होंगे. तृतीय श्रेणी के टीचर 5, द्वितीय श्रेणी के टीचर 10 और फर्स्ट ग्रेड के टीचर 15 पौधे लगाएंगे.