बून्दी। बुधवार व गुरूवार को नगर परिषद व जिला प्रशासन की संयुक्त टीमो का हाईवोल्टेज ड्रामा शुक्रवार व शनिवार को टाय टाय फिस हो गया क्योकि धृतराष्ट्र जिला प्रशासन व नगर परिषद को किसी ने बताया नही की सीज किस लाईब्रेरी या शिक्षण संस्थान को करना है नतीजन नगर परिषद की टीमे इस इंतजार मे ठाली बैठी है कि मालिक बताये और हम कार्यवाही करने पहुंचे। 

गुरूवार को शहर के चाणक्य लाईब्रेरी व अधिगम लाईब्रेरी व एक अन्य कोचिंग संस्थान को सीज करने के बाद जिला प्रशासन व नगर परिषद ने चैन की सांस ले ली हैै क्योकि आकाओ की संभावित भविष्यवाणी अनुसार अगर कोई दुर्घटना होती तो सिर्फ इन्ही तीन लाईब्रेरियो मे होती। भारी भरकम लवाजमे के साथ अपनी पीठ थपथपाते हुये जिला प्रशासन व नगर परिषद की टीम ने कठपूतली बनकर भारी दबाव के बीच शहर के तीन शिक्षण संस्थानो पर कार्यवाही कर बून्दी शहर को दिल्ली जयपुर जैसी दुर्घटना से बचा लिया है अब इन लाईब्रेरियो पर कार्यवाही करने के बाद शहर मे नगर परिषद के अधिकारियो के सरंक्षण मे बने बेसमेटो मे जलभराव नही होगा और दिल्ली जयपुर जैसी घटनाओ की पुनरावृति नही होगी हां सडको पर बारिश का पानी इकठठा होने के बाद अगर किसी के बेसमेट मे पानी घुस जाये तो सारी जिम्मेदारी बेसमेट वाले की है न कि जिला प्रशासन व नगर परिषद की।