ईपीएल 2025 की तैयारियों को तेज करने के लिए टीम माल‍िकों और बीसीसीआई की बैठक हुई. टूर्नामेंट के मेगा ऑक्शन के लिए कितने खिलाड़ी एक टीम में रिटेन किए जाएंगे, रिटेंशन की संख्या क्या होगी? क्या इम्पैक्ट नियम होना चाहिए, इन तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई. हालांकि, इस बैठक में बीसीसीआई ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की 10 फ्रेंचाइजी के बीच बैठक में विवाद का मुख्य मुद्दा यह था कि आगामी सीजन से पहले मेगा ऑक्शन की जाए या नहीं? बुधवार रात मुंबई में बीसीसीआई के मुख्यालय में आईपीएल टीमों के मालिकों की बीसीसीआई के साथ बैठक में कोई फैसला नहीं निकला. इसके बाद बीसीसीआई ने आने वाले कुछ हफ्तों में इस पर फैसला लेने की बात कही है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुछ टीम मालिक मेगा ऑक्शन के खिलाफ हैं, जिसमें कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान भी शामिल हैं. इसकी पुष्टि दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक पार्थ जिंदल ने मुंबई में पत्रकारों से की, जिन्होंने कहा कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर भी मतभेद है. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि अगर बीसीसीआई मेगा ऑक्शन को खत्म करने का फैसला करता है, तो रिटेंशन की कोई जरूरत नहीं रह जाएगी. चर्चा का दूसरा मुद्दा रिटेंशन की संख्या थी और इस मुद्दे पर भी 10 मालिकों के बीच सहमति नहीं बनी. जानकारी के अनुसार, बैठक में एक समय ऐसा भी आया, जब केकेआर के मालिक पंजाब किंग्स के सह-मालिक नेस वाडिया के साथ रिटेंशन की संख्या को लेकर तीखी बहस में उलझ गए. शाहरुख बड़े रिटेंशन के पक्ष में थे, जबकि वाडिया इसके खिलाफ थे. इम्पैक्ट प्लेयर नियम का मूल उद्देश्य था कि अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ियों को अधिक मैच अनुभव मिले. हालांकि भारतीय टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा सहित कई प्रमुख खिलाड़ियों और कोचों का मानना है कि इससे खेल का संतुलन खराब हो रहा है और ऑलराउंडर्स का विकास रुक गया है. जिंदल भी रोहित से सहमत नजर आते हैं. बैठक के बाद उन्होंने कहा, 'कुछ लोग यह नियम चाहते हैं क्योंकि इससे भारतीय युवा खिलाड़ियों को मौका मिलता है, लेकिन कुछ लोग इसे नहीं चाहते क्योंकि इससे ऑलराउंडर्स का विकास रुक गया है. मैं दूसरी तरफ हूं. यह खेल '11 बनाम 11' का ही होना चाहिए और ऑलराउंडर्स इसके महत्वपूर्ण तत्व हैं. इस नियम के कारण कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनकी पूरे सीजन के दौरान गेंदबाजी या बल्लेबाजी आती ही नहीं, जो कि भारतीय क्रिकेट के लिए सही नहीं है.'