क्रोम ब्राउजर की तरह यूट्यूब पर भी इनकॉग्निटो मोड मिलता है। इसे इनेबल करने से यूट्यूब पर हिस्ट्री सेव नहीं होती है और नहीं प्लेटफॉर्म आपकी एक्टिविटीज को ट्रैक करता है। इसका असर यूट्यूब फीड पर भी नहीं पड़ता है। आपने यूट्यूब पर क्या देखा क्या सर्च किया किसी को नहीं पता चलता है। यहां तक की यूट्यूब को भी नहीं
सीक्रेट छिपाने के लिए हर किसी के पास कोई न कोई जुगाड़ होता है, लेकिन जब बात आती है डिजिटल सीक्रेट छिपाने की तो बहुत से लोग यह नहीं कर पाते हैं। डिजिटल सीक्रेट से मतलब- आपने ब्राउजर पर क्या सर्च किया। यूट्यूब पर कौन सा वीडियो देखा और भी बहुत कुछ। क्रोम की तरह यूट्यूब पर भी इनकॉग्निटो मोड की सुविधा दी जाती है। इसे इनेबल करने के बाद यूट्यूब पर हिस्ट्री जनेरेट नहीं होती है और न ही कोई पता कर है कि आपने यूट्यूब पर कौन सा वीडियो देखा या क्या सर्च किया।
यूट्यूब हिस्ट्री रहेगी 'सीक्रेट'
वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब की तरफ से कई खास फीचर्स पेश किए जाते हैं, इन्हीं में से एक इनकॉग्निटो मोड की सुविधा भी है। इसे इनेबल करने के बाद किसी भी तरह की हिस्ट्री जेनरेट नहीं होती है। आपने यूट्यूब पर क्या देखा, क्या सर्च किया किसी को नहीं पता चलता है। यहां तक की यूट्यूब को भी नहीं। अगर आप चाहते हैं कि आपकी यूट्यूब हिस्ट्री सीक्रेट रहे तो ये फीचर एकदम सही ऑप्शन है।
इनकॉग्निटो मोड कैसे फायदेमंद?
इनकॉग्निटो मोड में वीडियो देखने से आपकी यूट्यूब फीड पर भी कोई फर्क नहीं पड़ता है। अगर आपने इनकॉग्निटो मोड में किसी एक स्पेसिफिक टॉपिक पर बहुत सारे वीडियो भी देखे हैं तब भी आपको उससे जुड़े वीडियो नहीं दिखेंगे। दरअसल अगर नॉर्मल मोड में यूट्यूब चलाते हैं और कई सारे वीडियो देख लेते हैं तो हमारी फीड उसी से भर जाती है।