कर्मयोगी सेवा संस्थान कोटा उत्तर अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा के नेतृत्व में संस्थान परिवार के 16 सदस्यों द्वारा
दिनांक 28 जुलाई को दोपहर 2:00 बजे हर की पौड़ी कुशा घाट पर पहुंचकर पंडित हंसराज मेघराज प्रमुख नरेश प्रधान के सानिध्य में मां गंगा की गोद में 146 अस्थियों का विसर्जन करवाया गया एवं सभी के मोक्ष प्राप्ति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की गई संस्थापक राजाराम जैन कर्मयोगी अध्यक्ष अलका दुलारी जैन कर्मयोगी ने बताया कोटा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र से थाना अधिकारियों द्वारा विगत 8 माह में 102 अज्ञात डेड बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए सुपुर्द किया गया था जिनमें से चार की पहचान हो जाने के कारण अस्थियां परिजनों को सुपुर्द करने के पश्चात 98 अस्थियां शेष रह गई थी साथ ही विगत 8 माह में शहर के विभिन्न वार्डों में निवास कर रहे गरीब निराश्रित परिवारों के 46 दिवंगत व्यक्तियों की कर्मयोगी सेवा संस्थान द्वारा विधिवत अंतिम संस्कार करने के लिए व्यवस्था उपलब्ध करवाई गई थी अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार जाने में असमर्थ परिजनों द्वारा अस्थियां संस्थान के सुपुर्द कर दी गई थी जिनको किशोरपुरा मुक्तिधाम पर स्थापित अस्थि कलश स्थल पर एकत्रित किया गया था संस्था स्थापना 3 सितंबर वर्ष 2007 से ही हरिद्वार हर की पौड़ी पर अस्थि विसर्जन का कार्य संपन्न करती आ रही है एवं वर्ष में दो बार अस्थि विसर्जन किया जाता है आज तक 26वीं यात्रा के माध्यम से 146 अस्थि कलश के साथ ही दक्षिण महापौर श्री राजीव भारती के द्वारा दी सूचना पर दो दिवंगत वानर का भी अंतिम संस्कार किया गया था इनकी भी अस्थियां इन 146 में सम्मिलित की गई थी 28 जुलाई 2024 तक संस्थान द्वारा हरिद्वार हर की पैड़ी पर 6525 अस्थियां विसर्जित हो चुकी है 26 वीं अस्थि कलश यात्रा में संस्थान परिवार के पदाधिकारी हेमंत सिंह कुसुम सिंह कमल सिंह सोलंकी नंद कंवर सोलंकी लक्ष्मी नारायण गर्ग महावीर जैन नरोत्तम सुमन राजेश सुमन संजय डोगरा महावीर सुमन नीलम शर्मा मदन गोपाल मिश्रा तुलसी बाई लकी गंगापुर वाले द्वारा विधि विधान के साथ विसर्जन करवाया गया अस्थि विसर्जन कार्य संपन्न कर 30 जुलाई को दोपहर 1:00 बजे संस्थान परिवार कोटा पहुंचा