भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने आज लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर देश में विभाजनकारी एजेंडे को बढ़ावा देने की कठोर शब्दों में निंदा की।
चुघ ने एक बयान में कहा कि लोकसभा में राहुल गांधी के संबोधन का उद्देश्य केवल अपने राजनीतिक खेल के लिए समाज में वर्ग विभाजन को बढ़ावा देना था। ऐसा लगता है कि राहुल गांधी देश में वर्ग विभाजन पैदा करने और देश को अशांति की स्थिति में धकेलने के लिए विदेशी ताकतों के हाथों में खेल रहे हैं।
चुघ ने कहा कि बजट की विभिन्न विशेषताओं के बारे में बात करने के बजाय उनका ध्यान ऐसे समय में विभाजन पैदा करने पर था, जब मोदी सरकार "सबका साथ, सबका विकास" के मूल मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है।
चुग ने जातिगत आरक्षण पर राहुल गांधी पर देश को गुमराह करने और झूठ फैलने के लिए जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार का समाजिक वैमनस्य, उन्माद फैलाने का पुराना इतिहास रहा है , उन्होंने आरक्षण पर राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा कि राहुल गांधी को ओबीसी आरक्षण पर अपने पूर्वजों पूर्व प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी और उनके पिता श्री राजीव गांधी द्वारा किए गए विरोध को पढ़ना चाहिए , राजीव गांधी ने सदन में ओबीसी आरक्षण का डटकर विरोध किया था, और श्रीमति इंदिरा गांधी और श्री राजीव गांधी जी ने पहले 10 वर्षो तक लागू नहीं होने दिया। राहुल गांधी को घड़ियाली आंसू बहाना बंद करना चाहिए राहुल गांधी ने गलत तथ्यों को प्रस्तुत करके और गैर जिमेदाराना व्यवहार से सदन का गरिमा का हनन किया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस की पिछले डेढ़ दर्जन से अधिक चुनाव हार चुके हैं। और इस बार कांग्रेस की हार की हैट्रिक लगी है। लोकसभा में जो कुछ कहा, उसमें हताशा और निराशा की भावना थी और यह संसदीय लोकतंत्र में सबसे शर्मनाक क्षणों में से एक अमर्यादित और गैर संविधनिक था।