राजस्थान। राजस्थान कांग्रेस में करीब 33 साल तक सेवा देने वाले खिलाड़ी लाल बैरवा करीब छह महीने पहले ही बीजेपी से जुड़े थे, लेकिन यहां भी उनकी विचारधारा पार्टी से जुड़ नहीं पाई। अब उन्होंने बीजेपी से भी इस्तीफा देकर राजस्थान में सियासी भूचाल ला दिया है। क्योंकि बैरवा ने न केवल बीजेपी से इस्तीफा दिया है बल्कि उन्होंने इसके लिए खुला पत्र भी जारी किया है। इस लेटर ने राजस्थान की सियासत में हलचल मचा दी है। 

खिलाड़ी लाल बैरवा ने अपने ओपन लेटर में बीजेपी से इस्तीफा का कारण बताया है। इतना ही नहीं उन्होंने अशोक गहलोत पर भी बड़ा हमला किया है। जबकि सचिन पायलट के प्रति प्रेम दिखाया है, इसके बाद सवाल सभी के मन में चल रहा है कि आखिर खिलाड़ी लाल बैरवा अब कहां जाएंगे।

बीजेपी से दिया इस्तीफा, गहलोत पर किया वार
बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर पिछली सरकार में जमकर तकरार हुई और यही से दो खेमो में कांग्रेस बट गई। दोनों नेताओं के बीच दूरियां इतनी बढ़ गई थी कि विधानसभा चुनाव के दौरान दोनों नेताओं की खींचतान साफ दिखाई दे रही थी। जिसके चलते प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने से चूक गई। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद व विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ को पत्र लिखकर भाजपा छोड़ने की बात कह रहे हैं। 

बैरवा का पायलट प्रेम
बैरवा ने कहा कि मैं बीते 33 सालों से कांग्रेस के साथ रहा हूं और मैं चाह कर भी बीजेपी की विचारधारा से खुद को नहीं जोड़ पा रहा, नाही बीजेपी मुझे एडजेस्ट कर पा रही है। ऐसे में मैं अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं,

बैरवा ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर कहा कि वह दो बार अपने बेटे को चुनाव लड़वा चुके, उसके बावजूद भी नहीं जीता पाए। उन्होंने पायलट साहब के फोन टैप करवाए और मेरा भी फोन टैप करवाया जिसकी भी जांच होनी चाहिए, कुछ चापलूस लोगों की सिफारिश पर राजस्थान के इतने टुकड़े करवा दिए, जिसका उन्हें स्वयं को भी पता नहीं।

जानकार सूत्रों का कहना है कि बैरवा सचिन पायलट समर्थक माने जाते हैं। बीते विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर कई बयान दिए थे और एक बार फिर इस पत्र के माध्यम से उन्होंने अशोक गहलोत पर हमला बोला है। ऐसे में आने वाले समय में बैरवा फिर से कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उनकी जगह सचिन पायलट के साथ ही होगी।