गामे की वजह से विधानसभा की कार्रवाई लंच ब्रेक से 15 मिनट पहले ही स्थगित कर दी गई. विपक्ष ने सलूंबर में दलित शिक्षक को तलवार से काटने और सीकर में दलित छात्र की हत्या सहित प्रदेश में दलित अत्याचार की घटनाओं के मुद्दे उठाए. सरकार पर मुआवजा देने में भेदभाव का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की. भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक थावरचंद ने स्थगन के जरिए सलूंबर में दलित शिक्षक को तलवार से काटकर मारने का मुद्दा उठाया था. सरकार से एक करोड़ के मुआवजे की मांग की. थावरचंद ने कहा कि कन्हैयालाल टेलर की तरह ही दलित शिक्षक को मुआवजा दिया जाए. कांग्रेस विधायक पितराम काला ने सीकर में दलित छात्र की हत्या और प्रदेश में दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं का मामला उठाया. ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान भी हंगामा और नारेबाजी होती रही. संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि कांग्रेस अपने राज में दलितों पर अत्याचार करने वाली कांग्रेस आज घड़ियाली आंसू बहा रही है. विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालना इनका असली मकसद है. कांग्रेस अपने राज को याद करे,उस वक्त खूब दलित अत्याचार हुए. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि सीकर जिले में दलित छात्र की हत्या की जांच करवाई जाएगी. एक-दो दिन में सदन में तथ्यों सहित पूरी जानकारी दी जाएगी. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि 4 दिन बीत जाने के बाद भी दलित शिक्षक शंकर मेघवाल के परिवार को न्याय नहीं मिला. परिवार को सरकार की तरफ से मदद नहीं की गई. परिवार को कोई नौकरी का आश्वासन नहीं दिया गया. इसको लेकर आज सदन में विपक्ष ने खासकर BAP के विधायक ने इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया. लेकिन, सरकार गूंगी-बहरी बनी हुई है. इस ओर ध्यान नहीं दिया है.