इजरायल के गोलान इलाके में मजदल शम्स मैदान पर हिजबुल्लाह के रॉकेट हमले में 12 बच्चों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए हैं। मरने वालों में सभी बच्चे 10 से 20 साल की उम्र के हैं जो फुटबॉल मैदान में खेल रहे थे। इसे हिज्बुल्लाह का अब तक का सबसे घातक हमला माना जा रहा है। हमले के तुरंत बाद इजरायल के विदेश मंत्री ने शनिवार को कहा है कि हिजबुल्लाह ने सभी सीमा रेखाएं पार कर ली हैं। हालांकि हिजबुल्लाह ने इस हमले से इनकार किया है। यह हमला एक फुटबॉल के मैदान पर हुआ। घायलों में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें छह की हालत गंभीर, तीन की हालत मध्यम, चार को हल्की चोटें आईं तथा कई अन्य को शॉक के लिए उपचार दिया गया। इससे पूर्व मध्य गाजा के डेर अल बलाह स्थित एक स्कूल पर इजरायली हमले में कम से कम 30 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई, वहीं 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इजरायली सेना का दावा है कि स्कूल में हमास का कमांड सेंटर चल रहा था। उधर, यूएन ने कहा है कि खान यूनिस में भीषण लड़ाई से चार दिनों में 1,80,000 से अधिक फिलिस्तीनी पलायन कर गए हैं। बढ़ते तनाव से इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच एक पूर्ण युद्ध शुरू होने की संभावना है, जिनकी सेनाओं ने अक्टूबर में इज़राइल-गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से नियमित रूप से गोलीबारी की है।