न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर राज्यसभा में शुक्रवार को सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस हुई। दरअसल, समाजवादी पार्टी के नेता रामजी लाल सुमन ने सवाल किया था कि सरकार किसानों को एमएसपी कब तक देगी? केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके इस सवाल का जवाब देते हुए कहा, “किसान हमारे लिए भगवान जैसे हैं। उनकी सेवा करना मतलब भगवान की सेवा करने के बराबर है। यह हमारे लिए पुण्य की बात है। हाल ही में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया, जिसका उद्देश्य किसानों को एमएसपी उपलब्ध कराने के लिए व्यवस्था को पारदर्शी बनाना है, ताकि हमारे किसान भाइयों को कोई परेशानी ना हो।” शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा, “अब तक इस संबंध में एक-दो नहीं, बल्कि 22 बैठकें हो चुकी हैं। समिति की ओर से की गई सिफारिशों को आने वाले दिनों में जमीन पर उतारा जाएगा। समिति ने बीते दिनों हमें कृषि मूल्य की अधिक स्वायत्तता प्रदान करने और कृषि वितरण प्रणाली को सुचारू बनाने पर सुझाव दिया था।” इस पर सपा सांसद ने शिवराज सिंह चौहान से कहा, “जलेबी की तरह बातें घुमाने से कुछ नहीं होगा। सरकार पहले ये बताए कि किसानों को एमएसपी कब तक मिलेगा।” सपा सांसद ने शिवराज सिंह चौहान को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “ये लोग किसानों को भगवान बता रहे हैं, लेकिन मैं एक बात दावे के साथ कहना चाहता हूं कि इनका किसानों से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है।”
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