बूंदी। बूंदी एग्रीकल्चर इनपुट डीलर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष भंवरलाल नागर ने  जिले के विक्रेताओं की समस्याओं से केंद्रीय कृषि एवं पंचायती राज मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उर्वरक एवं रसायन मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अवगत करवाया है कि बूंदी जिले में डीएपी के साथ में कंपनियां अटेचमेंट लगाकर माल दिया जाता है, उस अटेचमेंट को बंद करवाने तथा यूरिया व डीएपी में डीलर का मार्जिन ना के बराबर है।  होलसेलर द्वारा यूरिया विक्रेता को 256$4 उतराई=260 रुपए व डीएपी विक्रेता को 1340$4=1344 दुकान तक उतरने पर पड़ता है और बेचने की रेट यूरिया 266.50रुपए व डीएपी की रेट 1350 रुपए हैं और जब भी विक्रेता के यहां खाद बीज दवाई का सैंपल होता है तो विक्रेता को गवाह के रूप में रखने का निवेदन किया गया है और विक्रेता की अकास्मिक मृत्यु होने पर उसके लाइसेंस को उसके परिवार के किसी भी सदस्य के नाम ट्रांसफर करने तथा लाइसेंस में नॉमिनी एडमिन का प्रावधान के आदेश प्रदान करने और सभी कंपनियों के उर्वरक के वितरण करने वाले बूंदी जिले के होलसेलर बनाकर ही वितरण करवाने की अनुमति देने की मांग की है तथा सभी उर्वरक वितरकों के बूंदी जिले में ऑफिस संचालित करवाने की मांग की है।