राजस्थान में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। जिलों में बारिश का दौर जारी है। पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। बीते चौबीस घंटों में दौसा जिले में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। दौसा में 197 मिलीमीटर यानी 7.88 इंच बारिश हुई। इसीप्रकार लालसोट में 6 इंच बारिश हुई। टोंक के नैनवा में पौने पांच इंच बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के चलते बांधों पर चादर चल गई। मौसम केन्द्र के अनुसार पूर्वी राजस्थान में उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ लाइन गंगानगर, जयपुर से होकर गुजर रही है। गुरुवार को उदयपुर, कोटा, अजमेर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से तेज बारिश और कहीं-कहीं भारी वर्षा हुई। मौसम केन्द्र के अनुसार पूर्वी राजस्थान के अनेक भागों और पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आगामी चार-पांच दिनों में वर्षा की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। हाड़ौती में भी बारिश का दौर जारी रहा।कोटा में ढाई इंच बारिश हुई, जबकि बूंदी जिले के नैनवां में पौने पांच इंच पानी बरसा।बूंदी जिले में बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। हाड़ौती के मिनी गोवा नाम से बरधा बांध में चादर चल गई। जिले में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक जिले में 203 एमएम बरसात दर्ज की गई। सबसे ज्यादा नैनवां में 119 एमएम बारिश हुई। बूंदी में 19, तालेड़ा में 10, केशवरायपाटन में 18 व हिंडोली में 24 एमएम बारिश हुई। झालावाड़ जिले में सबसे ज्यादा बरसात गंगधार उपखंड क्षेत्र में करीब तीन इंच दर्ज की गई।