बूंदी। जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान, बूंदी में तीन दिवसीय डर्फ जिलास्तरीय प्रभाग स्तरीय आमुखीकरण कार्यशाला का समापन समारोह हुआ जिसमें संस्थान के प्रधानाचार्य आशा कुमारी, उपप्रधानाचार्य राजेश कुमार शर्मा मुख्य वक्ता के तौर पर सम्मिलित रहे।
शोध कार्यशाला में शिक्षक धनंजय गौतम ने साथी शोधकर्ताओं को छात्र-छात्राओं से संबंधित मनोवैज्ञानिक जागरूकता के निर्देश प्रदान किए। शोधार्थी सुमित विजयवर्गीय ने अपने परिवेश के छात्र-छात्राओं की समस्याऐं मौलिक काव्यगीत के माध्यम से प्रस्तुत की।
डॉ. संपूर्णानंद सिंह ने जिले के महत्वपूर्ण देवालयों के संरक्षण को लेकर अपना शोध उदाहरण के तौर पर प्रस्तुत किया और समीक्षा की। शोध विशेषज्ञ जुगराज सिंह सोलंकी ने कहा कि सभी शोधार्थी उत्साह से लबरेज हैं और कार्य करने की ललक देखते हुए कहा जा सकता है कि बूंदी जिला डर्फ आधारित शोध में संपूर्ण प्रदेश में अव्वल रहते हुए कीर्तिमान स्थापित करेगा। डाइट में शोध विषय के प्रभागाध्यक्ष जे.पी. त्रिपाठी ने सभी शोधकर्ताओं को शुभकामनाएं प्रेषित की और अपने शोध विषय से संबंधित सामग्री की आवश्यकता पर जरूरी संसाधन मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
शोध प्रपत्रों के संकलन और प्रकाशन हेतु जुगराज सिंह सोलंकी के नेतृत्व में सन्नी सुवालका सुमित विजयवर्गीय अंकित गौतम आरती गोस्वामी पार्थ जोशी कोमल शर्मा की एक कमेटी गठित की गई। समापन समारोह में शोधार्थी गोपाल योगी रियाज हुसैन अनिता धाबाई कपिल लोधा जयेश शर्मा हिमांशु गौतम महावीर कहार ने अपने शोध विषयों पर सामूहिक चर्चा की। अंकित गौतम ने सभी शोधार्थियों की ओर से शोध प्रभागाध्यक्ष जे पी त्रिपाठी और जुगराज सिंह सोलंकी संपूर्णानंद सिंह का अभिनंदन किया।