सांगोद,       बारिश का दौर शुरू होते ही कस्बे समेत मुख्य मार्गो की सड़कें आवारा मवेशियों की आरामगाह बनने लगी है। सड़कों पर आवारा मवेशी राहगीरों एवं वाहन चालकों के लिए मुसीबत बनने लगे है। सड़कों पर धमाचोकड़ी करते आवारा मवेशियों से वाहन चालकों व राहगीरों के साथ हादसों की आशंका भी रहती है। सड़क पर झुण्ड के रूप में जमे रहने से आवागमन में बाधित होता है। यह हालात सांगोद शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों तक भी है। उल्लेखनीय है कि बारिश के बाद मौसम साफ होने पर सड़कें व गलियों में बनी सड़क मिट्टी की अपेक्षा जल्दी सूखती है। ऐसे में कस्बे समेत आसपास के गांवों में आवारा मवेशियों के झूण्ड सड़कों पर जम जाते है। कई जगह तो पूरी सड़क पर पशुओं का राज रहता है। वाहनों का हॉर्न बजाने के बाद भी यह सामने से नहीं हटते। आखिरकार वाहन चालकों को वाहनों से उतरकर इन्हे हटाना पड़ता है। मुख्यालय से जुड़े कोटा, अंता, बपावर, जोलपा समेत सभी मार्गो पर हालात खराब है। कई जगह तो इनकी तादाद इतनी ज्यादा रहती है कि सड़क से वाहन गुजारना वाहन चालकों के लिए किसी चुनौती से कम साबित नहीं हो रहा।