गुनौर :आजादी के बाद से आज तक जिस गांव के लोंगों को पैदल चलने के लिये लिये भी सड़के नसीब न हुई हों,सड़के तो छोड़िए साहब पैदल चलने के लिये पगडंडियों का सहारा भी न मिल पाया हो तो जरा सोंचे वर्षों बाद जब यदि उस गांव के लोंगों को आवागमन के लिये यदि सड़क मिल जाये तो मानो उन ग्रामीणों की दैनिक जिंदगी में मानो बहार ही आ गई।हम बात कर रहे गुन्नौर जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली विल्हा ग्राम पंचायत के मजरा हनुमतपुर गांव की ।जहाँ आजादी के बाद से आज तक सड़क नही बन पाई थी,जिसको लेकर ग्रामीण काफी मुशिकलों का सामना करते थे,वर्षात के दिनों में परेशानी बहुत बढ़ जाती थी ,क्योंकि गांव तक वाहन तो जा नही पाते और पैदल चलना भी किसी जंग लड़ने से कम नही था।ग्रामीणों द्वारा सड़क बनवाने के लिये हरसम्भव प्रयास किये मगर उन्हें सफलता नही मिली।मगर ग्राम पंचायत विल्हा के वर्तमान के युवा सरपंच कृष्ण कुमार दुवेदी ने अपनी सूझबूझ और गांव वालों के सहयोग से खुद की नगद राशि लगभग दो लाख खर्च कर हनुमतपूरा के ग्रामीणों के लिये सड़क बनाने का महत्वपूर्ण जनहित का कार्य कर दिया।युवा सरपंच कृष्ण कुमार की यदि माने तो चुनावी भ्रमण के दौरान ग्रामीणों ने सड़क की समस्या बताई थी,जिसको लेकर में प्रयासरत था।गुन्नौर क्षेत्र के विधायक डॉ राजेश वर्मा के कार्यों से प्रेरित होकर मैने भी अपनी ग्राम पंचायत के विकास के लिये कदम बढ़ा दिये।सड़क के बन जाने से जहां बच्चों सहित ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। इतना ही नही युवा सरपंच कृष्ण कुमार द्वारा गांव की बेटियों को उपहार स्वरूप राशि प्रदान करना,कोई गांव में मृत हो जाये तो पीड़ित परिवार की हर सम्भव मदद करना के स्वभाव से लोगों की मदद कर रहे हैं तो वही ग्राम पंचायत विल्हा के ग्रामीण भी युवा सरपंच के कार्यों की सराहना कर रहे है।
इनका कहना है
हमारे गांव के सरपंच ने बहुत अच्छा कार्य किया ,फिलहाल अभी मुरुम डल गई है, आवागमन के लिये रास्ते खुल गए हैं।
ईश्वर प्रसाद पटेल, स्थानीय समाज सेवी
इनका कहना है,हुनमतपुरा की रॉड न तो सेंशन हुई,न ही कोई ग्राम पंचायत की राशि खर्च की गई।सरपंच द्वारा स्वंम के व्यय पर सड़क बनवाई गई है।
रामभुवन शर्मा, सचिव ग्राम पंचायत विल्हा