डायबिटीज और हार्ट के रोगियों को कुछ भी खाने से पहले सोचना-समझना पड़ता है। खाने से पहले उन्हें फैट, कार्बोहाइड्रेट्स और शुगर की मात्रा जरूर चेक कर लेनी चाहिए। कुछ लोग हार्ट डिजीज से पीड़ित होने के बावजूद भी मक्खन खाना पसंद करते हैं। जो कई बार हार्ट को पूरी तरह से भी ब्लॉक कर सकता है। चूंकि, डायबिटीज और हार्ट के बीच भी सीधा संबंध होता है। इसलिए डायबिटिक लोगों को भी मक्खन खाने से बचना चाहिए (Diabetic Patients should avoid eating Butter)। इसके लिए आप अपनी रेगुलर डाइट में ऑलिव ऑयल को शामिल कर सकते हैं। 

हार्ट की बीमारियों का जोखिम करे कम 

हाल ही में नेचर मेडिसिन (Nature Journal) में प्रकाशित हुई एक स्टडी के मुताबिक जानवरों से मलने वाले अनसैचुरेटेड फैट्स की जगह अगर प्लांट बेस्ड ऑयल का इस्तेमाल किया जाए तो इससे कई बीमारियां होने का जोखिम कम होता है। इसके लिए आप ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपनी रेगुलर डाइट में इस ऑयल को शामिल करने से न केवल टाइप 2 डायबिटीज बल्कि, आगे चलकर कार्डियोवैस्कुलर डिजीज होने का जोखिम भी काफी हद तक कम होता है। इस आदत को फॉलो करने से लंबे समय तक हार्ट स्वस्थ रहता है।  

कैसे फायदेमंद होता है ऑलिव ऑयल? 

  • अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Associatio) के मुताबिक जिन लोगों ने अपनी रेगुलर डाइट में आधा चम्मच तक ऑलिव ऑयल को शामिल किया था, उनमें कार्डियोवैस्कुलर डिजीज यानि हार्ट की बीमारियों का जोखिम 15 प्रतिशत तक कम होता है। 
  • वहीं, ऑलिव ऑयल में सैचुरेटेड फैट के बजाय मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही साथ ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखने में मददगार साबित होते हैं। 
  • यह ऑयल खाने में मौजूद ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करने में भी मदद करते हैं। 

    हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए क्या करें? 

    • हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए आपको अपनी रेगुलर डाइट में ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों और सीड्स को शामिल करना है। 
    • इसके लिए नियमित तौर पर एक्सरसाइज, योग और प्राणायाम करें। 
    • इसके लिए आपको शारीरिक रूप से सक्रिय रहना है। 
    • ऐसे में हार्ट की रेगुलर जांच कराएं।