हैरिटेज नगर निगम में कांग्रेस के कई पार्षद अपनी महापौर मुनेश गुर्जर के खिलाफ हैं। भाजपा पार्षद भी महापौर को हटाने के लिए संगठन से लेकर सरकार के स्तर पर अपनी बात रख चुके हैं। सच्चाई यह है कि भाजपा के पास महापौर पद के लिए चेहरे का अभाव है। इसके अलावा भाजपा में आपसी खींचतान और नए नेता का उदय होने का डर भी मुनेश गुर्जर के लिए संजीवनी का काम कर रहा है। वहीं, भाजपा से विधानसभा चुनाव लड़ चुके प्रत्याशी और विधायक कई बार संगठन और सरकार के स्तर पर कांग्रेस महापौर की पैरवी करते हुए नजर आते हैं।मंगलवार को भाजपा पार्षद शहर अध्यक्ष राघव शर्मा से दोपहर एक बजे मुलाकात करेंगे। पार्षदों ने दबी जुबान स्वीकार किया कि यदि संगठन और सरकार स्तर पर सुनवाई नहीं होती है तो दिल्ली जाकर संगठन में शिकायत करेंगे। भले ही महापौर कांग्रेस की हैं, लेकिन वे भाजपा विधायकों और विस चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों के साथ कार्यक्रम में नजर आती हैं। कांग्रेस विधायकों से उन्होंने दूरी बना ली है। विधानसभा चुनाव में जयपुर महापौर ने सिविल लाइन्स क्षेत्र में कांग्रेस की बजाय भाजपा के लिए काम किया। दिसम्बर में जब कोर्ट से राहत मिलने के बाद मुनेश ने महापौर की कुर्सी संभाली थी तो भाजपा के कई पार्षद उन्हें बधाई देने के लिए भी पहुंचे थे।