गरड़दा बांध को लेकर बूंदी विधायक ने ध्यान आकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में लगाया
बून्दी। बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा ने गरडदा बांध में आ रही बाधा को दूर करने हेतु विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से ध्यान आकर्षण करवाया। विधायक शर्मा ने बताया कि गरड़दा बांध सिंचाई परियोजना के लिए 424.70 करोड़ की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी हुई है। 2022 में यह बांध तैयार हो गया था। इस गरडदा बांध पेयजल परियोजना से 44 गांवों की 9161 हेक्टर भूमि सिंचित होगी तथा जिले के 111 गांव व 98 ढाणीयो के लिए पेयजल सुविधा उपलब्ध हो सकेगी मुख्य नहर की कुल लंबाई 53.69 किलोमीटर है, जिसमें 41. 28 किलोमीटर का कार्य पूर्व में निर्मित हो गया था 12.41 किलोमीटर का कार्य बाकी है। नहर में पांच स्थानों पर रेलवे क्रॉसिंग का निर्माण रेलवे द्वारा किया जाना है और माइनर नहर निर्माण कार्य कुल 49.97 किलोमीटर का है जिसमें से 33.23 किलोमीटर का कार्य पूर्व में निर्मित किया जा चुका है व लगभग 17 किलोमीटर का बाकी है।
मुख्य जीव प्रतिपालक के यहां पर विचाराधीन हैं प्रस्ताव
मुख्य जीव प्रतिपालक के यहां पर विचाराधीन हैं प्रस्ताव
विधायक शर्मा ने बताया कि बांध का पानी सिंचाई हेतु इसलिए उपयोग में नहीं आ पा रहा क्योंकि कुछ नहर निर्माण कार्य वन्य जीव अभ्यारण के हिस्से में आ रहा है जबकि इसके लिए वन विभाग को भूमि की एवज में राजस्व विभाग द्वारा भूमि स्थानांतरित की जा चुकी है तथा आवश्यक राशि भी जमा कर दी गई है। लेकिन मुख्य जीव प्रतिपालक के यहां पर यह प्रस्ताव अभी विचाराधीन और राजस्थान में अभी वाइड लाइफ बोर्ड का गठन नहीं हो पाया है इस कारण यह प्रस्ताव भारत सरकार के वाइल्ड लाइफ बोर्ड में अभी तक नहीं भेजा गया है। इस कारण एकत्रित पानी का समुचित उपयोग नहीं हो पा रहा है जो चिंता का विषय है। साथ ही शर्मा ने शीघ्र इस समस्या के समाधान हेतु वन विभाग राज्य मंत्री व सिंचाई मंत्री से वार्तालाप किया है और वन विभाग मंत्री ने शीघ्र समस्या समाधान का भरोसा दिया है ।
2003 में गहलोत ने किया था गरड़दा बांध का भूमि पूजन
गरड़दा मध्यम सिंचाई परियोजना का भूमि पूजन तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 21 सितंबर 2003 में किया था, जिसका निर्माण 2022 में पूरा हुआ हैं। वर्ष 2010 में 15 अगस्त को तकनीकी खामियों के चलते पहली बारिश के भराव के बाद नदी क्षेत्र में बांध का करीब 200 फीट ऊंचा एवं 340 फीट चौड़ा हिस्सा पानी के साथ बह गया था। इस बांध के बनने से क्षेत्र की करीब 9161 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी, वहीं 4355 कृषक परिवार लाभान्वित होंगे। गरड़दा बांध की 44.38 मिलियन घन मीटर भराव क्षमता होगी जिससे करीब 44 गांवों को पानी मिलेगा। साथ ही 53 किमी लंबाई दोनों नहरों की होगी। इस योजना के तहत पानी की सप्लाई भी गावों में की जाएगी। बांध से पीने के पानी के लिए 1 मिलियन घन मीटर दिया जाना हैं।
गरड़दा मध्यम सिंचाई परियोजना का भूमि पूजन तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 21 सितंबर 2003 में किया था, जिसका निर्माण 2022 में पूरा हुआ हैं। वर्ष 2010 में 15 अगस्त को तकनीकी खामियों के चलते पहली बारिश के भराव के बाद नदी क्षेत्र में बांध का करीब 200 फीट ऊंचा एवं 340 फीट चौड़ा हिस्सा पानी के साथ बह गया था। इस बांध के बनने से क्षेत्र की करीब 9161 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी, वहीं 4355 कृषक परिवार लाभान्वित होंगे। गरड़दा बांध की 44.38 मिलियन घन मीटर भराव क्षमता होगी जिससे करीब 44 गांवों को पानी मिलेगा। साथ ही 53 किमी लंबाई दोनों नहरों की होगी। इस योजना के तहत पानी की सप्लाई भी गावों में की जाएगी। बांध से पीने के पानी के लिए 1 मिलियन घन मीटर दिया जाना हैं।