सांगोद, कोटा। भगवान शिव की भक्ति का महीना श्रावण सोमवार से शुरू हो गया। इसी के साथ ही घरों और मंदिरों में एक माह तक चलने वाले सावन व्रत, पूजन और अनुष्ठान की शुरूआत भी हो गई। शिवभक्त पूरे माह व्रत-उपासना करेंगे। दूर-दराज क्षेत्रों से भक्त कावड़ लाकर भगवान शिव का अभिषेक कर उन्हे रिझाने का प्रयास करेंगे। सावन माह के पहले दिन सोमवार के संयोग से शिवालयों पर मेले सा माहोल रहा। श्रद्धालुओं ने शिवालयों पर पहुंचकर भगवान भोले का पूजन कर रिझाया। भगवान शिव की प्रतिमाओं का भी आकर्षक श्रंगार किया गया। श्रद्धालुओं ने शिवालयों में पहुंचकर चंदन, इत्र, धूप, जनेऊ, मोली, सुपारी, लोंग, इलायची, भांग आदि से भगवान शिव का अभिषेक और पूजन किया। यहां पंचायत समिति, चैतन्य हनुमान मंदिर, गणेशकुंज, श्रीजी मंदिर आदि शिवालयों पर सुबह से दोपहर तक भीड़ रही। कई श्रद्धालुओं ने परिवार समेत शिवालयों पर विशेष अनुष्ठान भी किए। पंडित उमेश गौतम ने बताया कि सनातन धर्म में सावन के माह का विशेष महत्व है। पूरे माह भगवान शंकर के भक्त अपने इष्टदेव की प्रसन्नता के लिए व्रत-उपासना, अभिषेक, पूजन, अनुष्ठान करते हैं। इसके अलावा प्राचीन शिवालयों में सावन के शुरू होने को लेकर शिवभक्तों ने पूर्व में ही तैयारियां शुरू कर दी थी। सावन को लेकर भक्तों में खासा उत्साह नजर आ रहा है।