शून्यकाल में कांग्रेस विधायक अमित चाचाण ने कहा कि लोकसभा चुनाव में 11 सीटें हारने के बाद सरकार बदले की कार्रवाई कर रही है, जिन लोक सभा सीटों पर भाजपा को हार मिली है, वहां बिजली काटी जा रही है. फ्यूज चार्ज पर मिलने वाली छूट को हटाकर जनता पर अतिरिक्त भार ला दिया है. इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. काफी देर तक नारेबाजी के बीच ही शून्य काल की कार्यवाही चलती रही. कांग्रेस विधायक मनीष यादव ने भी पर्ची के जरिए बिजली कटौती का मुद्दा सदन में उठाया, तो स्पीकर ने एक दिन की चर्चा करवाने की व्यवस्था दी है. स्पीकर ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तैयारी के साथ आएं. सदन में एक दिन बिजली पर चर्चा की जाएगी. इससे पहले प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा ने दिन में बिजली कटौती के सवाल पर ऊर्जा मंत्री के जवाब पर नेता प्रतिपक्ष ने सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया. ऊर्जा मंत्री ने बिजली संकट का ठीकरा पिछली सरकार पर फोड़ा तो कुछ देर तक के लिए सदन हंगामा रहा. दरअसल, प्रश्नकाल में कांग्रेस इंदिरा मीणा ने प्रश्नकाल में राजस्थान में बिजली कटौती का मुद्दा उठाते हुए कहा कि रात की बजाय दिन में बिजली काटी जा रही है. ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा राजस्थान में 20 से 22 घंटे बिजली दी जा रही है. सरकार दिन में कहीं भी बिजली नहीं काट रही है. रात में हो रही दो ढाई घंटे की बिजली को भी दूर करने का भी प्रयास किया जा रहा है. वर्तमान में 25 से 28% बिजली की डिमांड बढ़ी है, जिसकी वजह से 2 से 3 घंटे कटौती करनी पड़ रही है. लेकिन,  दिन में पूरी बिजली दे रहे.  केवल, डिमांड बढ़ने की वजह से रात को कटौती हो रही है. 7,000 मेगावाट की कटौती हो रही है. '