*इन्द्र मेघवाल ने प्रिंसिपल छेलसिंह के मटके से पानी पी लिया था !

देश में आजादी का 75वां साल मनाया जा रहा है. 20 जुलाई 2022 को, तीसरी कक्षा की 8 वर्षीय इंद्र को इतनी बुरी तरह पीटा गया था कि राजस्थान के झालोर जिले में सरस्वती विद्या मंदिर के प्रशासक और शिक्षक छेलसिंह द्वारा!

इन्द्र मेघवाल को दीसा/मेहसाणा/उदयपुर/अहमदाबाद का इलाज किया गया था; लेकिन 13 अगस्त 2022 को इंद्र की मृत्यु हो गई! आरोपी छेलसिंह ने गांव वालों से दबाव बना के डेढ़ लाख रुपिया दे के समजोता कर लिया था!

लेकिन इंद्र मेघवाल के चाचा सुनील मेघवाल ने शनिवार को शिकायत दर्ज़ कराई जिसके चलते छेलसिंह को हिरासत मे ले लिया गया है!

क्या था इंद्र का दोष? उसे प्यास लगी थी तो उसने शिक्षक की चटाई से पानी लिया और पिया! मासूम इंद्र को इस बात का आभास नहीं था कि स्कूल में जाति के अनुसार पानी के बर्तन रखे जाते हैं! उसे इस बात का अहसास नहीं था कि वह पानी पीने के लिए स्वतंत्र नहीं है! उसे नहीं पता था कि उसकी जाति क्या है? उनका जन्म शूद्र वर्ण में हुआ था जिससे समाज मे कुछ लोग घृणा करते है, यह उन्हें समझ नहीं आया! इंद्र थे शूद्र, इसलिए छेलसिंह का क्रोध आकाश तक पहुंच गया और इंद्र को इतना पीटा कि उनके आंख-कान खराब हो गए!सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या हम पिछड़ेपन/रूढ़िवाद/से मुक्त हैं ?