बून्दी। शुक्रवार को राज्य सरकार व भारतीय विमानपतन प्राधिकरण के बीच कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के लिये हुये एमओयू मे बूंदी का नाम शामिल नही करने का विरोध बस सोशल मीडिया तक ही सीमित रह गया पर बूंदी मे ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को लेकर चर्चाओ का बाजार जरूर गर्म रहा इतना ही नही सप्ताह के सोमवार गुरूवार शनिवार को उदयुपर से चलकर आगरा फोर्ट को जाने वाली वन्दे भारत का ठहराव बूंदी मे नही होगा पर बून्दी के विकास के कथित पक्षधर अपने स्वार्थो के चलते चुप रहकर कुठाराघात करने वालो को संबल देने मे पीछे नही हटेगे।
बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा ने ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के एमओयू मे बूंदी का नाम नही होने पर कडी आपति दर्ज करवाते हुये अपने आधिकारिक फेसबुक एकाउंट पर लिखा कि बूंदी की 440.86 हेक्टेयर भूमि पर बनने वाले कोटा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के एमओयू मे बूंदी का नाम नही जोडा गया। शर्मा का कहना था कि भूमि बूंदी जिले की है तो नामकरण के साथ साथ एमओयू मे भी बूंदी को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। शर्मा शुरू से ही कोटा बूंदी जिले की सीमा व बूंदी जिले की भूमि पर बनने वाले एयरपोर्ट का नाम बूंदी कोटा एयरपोर्ट रखने व एयरपोर्ट को दी जाने वाली जमीन की राशि बूंदी के विकास मे खर्च करने की मांग उठा चुके है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के एमओयू मे बूंदी का नाम नही होने का मूददा बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा विधानसभा मे उठा सकते है। वही बूंदी के जागरूक युवा व समाजसेवी आनंद सनाढय तलवास ने भी बूंदी जिले की भूमि पर बनने वाले एयरपोर्ट का नाम हाडी रानी के नाम से रखने की मांग उठाई है। अब देखना यह है कि बूंदी के विकास के कथित हितेषी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के नामकरण व आर्थिक हितो को लेकर अपनी जन्मभूमि का मान रख पाते है या नही या फिर बूंदी को विकास मे पीछे छोडकर कोटा के विकास का गुणगान करने मे ही लगे रहते है।
बूंदी मे नही रूकेगी वन्दे भारत
सितम्बर माह से वन्दे भारत ट्रेन उदयपुर से शुरू होकर चंदेरिया कोटा होते हुये आगरा फोर्ट तक का सफर तय करेगी पर बूंदी स्टेशन पर इसका ठहराव नही होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार वन्दे भारत सप्ताह के तीन दिन सोमवार गुरूवार शनिवार को उदयपुर से शुरू होकर मावली जंक्शन चंदेरिया, कोटा सवाई माधोपुर गंगापुर सिटी, बयाना होते हुये आगरा फोर्ट तक जायेगी पर एक बार फिर बून्दी के पर्यटन को गति देने वाली सुपर लग्जरी ट्रेन बून्दी का सीना फाडकर बून्दी के विकास के अरमानो का मूंह चिढाते हुये निकल जायेगी पर बात बात पर ज्ञापन प्रदर्शन करने के आदि हो चुके बूंदी वासी सताधारियो के दबाव मे एक बार फिर चुप ही रहेगे।