बूंदी। श्रृंग समाज की ओर से रविवार को श्रृंग ऋषि की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा श्रृंग भवन गणेश गली से रवाना होकर सदर बाजार, चूड़ी बाजार, कागदी देवरा, उपरला बाजार, नाहर का चोहटटा, चारभुजा मंदिर होती हुई वापस श्रृंग भवन पहुंची जहां श्रृंग ऋषि जी की महाआरती हुई, उसके बाद प्रसादी का आयोजन हुआ। शोभायात्रा में महिलाओं ने एक ही कलर की साड़िया पहने थी तो पुरुष सफेद वस्त्र धारण किए थे। पुरुष श्रृंग ऋषि जी के जयकारे लगाते चलत रहे थे तो महिलाएं भजन कीर्तन व नाचती गाती चल रही थी। इससे पूर्व सवेरे कलश यात्रा निकाली जो मंशापूर्ण गणेशमंदिर बालचंद पड़ा परिसर से शुरु हो कर सुरज जी का बड़ नाहर का चौहट्टा चारबुजा मन्दिर होते हुए श्रृंग भवन गणेश गली जाकर संपन्न हुई, जहां पर भगवान की पूजा के बाद हवन का आयोजन किया। इस अवसर पर महिलाएं सर पर कलश धारण किए चल रही थी और बैंड धार्मिक भजनों की स्वर लहरियां बिखेर रहा था। जयन्ती मिडिया प्रभारी नवल किशोर श्रृंगी ने बताया कि कलश यात्रा से पहले बोली की शुरुवात हुई, जिसमे बड़े कलश की बोली मंजुलता श्रृंगी, सवेरे अश्वरोही की बोली सत्यनारायण पांडे, हवन की बोली बालमुकुंद श्रृंगी, श्रृंग ऋषि पूजन की बोली रमाकांत अठारिया, चवर की बोली श्रीबक्श श्रृंगी, शाम के अश्वरोही की बोली ओम प्रकाश पुरोहित, माला प्राप्ति की बोली रामचरण श्रृंगी, जावटी महाआरती की बोली मनोज बोहरा द्वारा लगाई गई। कार्यक्रम में श्रृंग पंचायत अध्यक्ष रामाकांत श्रृंगी जयंती संयोजक रामचरण श्रृंगी जावटी, जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश श्रृंगी, विनोद श्रृंगी, पवन श्रृंगी, सुरेंद्र श्रृंगी, चंद्र प्रकाश जोशी, अशोक श्रृंगी, सुरज प्रकाश श्रृंगी, नन्द किशोर श्रृंगी, सदानंद श्रृंगी, चंचल अठारिया, लक्ष्मी नारायण श्रृंगी, ब्रह्मानंद श्रृंगी, मुकेश श्रृंगी, शम्भू दत्त श्रृंगी, ब्रजेश श्रृंगी विनोद श्रृंगी, महेश तिवाड़ी, भंवर लाल श्रृंगी, सत्यनारायण पाण्डे, रामशंकर श्रृंगी, महिला मंडल अध्यक्ष मंजूलता, जिलाध्यक्ष साधना श्रृंगी, कीर्ति सुखवाल, कविता श्रृंगी, मीनाक्षी श्रृंगी, कांता श्रृंगी, निर्मला श्रृंगी, राजेश श्रृंगी, सुनीता श्रृंगी, अंजना श्रृंगी, शशिकला श्रृंगी, गायत्री श्रृंगी आदि समाज बन्धु मौजूद रहे।