बूंदी। तालेड़ा कस्बे में ब्याही बूंदी जिले के नैनवा निवासी एक विवाहिता के साथ उसके सास ससुर और पति ने दहेज प्रताड़ना देते हुए विवाहिता के हाथ को जलते गर्म हीटर में जला दिया। इतना करने के बाद भी सास ससुर और पति को उसपर रहम नहीं आया, वह दर्द से करहाती रही। लेकिन उसकी सार संभाल लेना तो दूर उसको इलाज के लिए अस्पताल तक लेकर नहीं गए। इलाज के अभाव में हाथ सड़ गया। घटना 29 जून तालेड़ा कस्बे की है। विवाहिता के परिजनों को घटना की जानकारी 3 जुलाई को लगी उसके बाद परिजन तालेड़ा, कोटा इलाज के लिए विवाहिता को लेकर घूमते रहे। चिकित्सकों ने विवाहिता के हाथ में इंफेक्शन फैलना बताते हुए हाथ काटने और 5 लख रुपए खर्च आने की बात कही। ऐसे में विवाहिता के चाचा ने ससुरालियों के खिलाफ तालेड़ा थाने में रिपोर्ट दी। यहां पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की। इसके बाद नैनवां थाने में मामला दर्ज करवाया। फिलहाल, नैनवा थाना पुलिस मामला दर्ज कर अनुसंधान कर रही है। पीड़िता नाजिया की ओर से उसके चाचा इस्लाम ने नैनवा थाने में विवाहिता के पति मुराद अली, ससुर अहमद नूर व सास जेबुना के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। रिपोर्ट में बताया कि नाजिया का निकाह लगभग 1 वर्ष पूर्व तालेड़ा निवासी मुराद अली के साथ हुआ था। शादी के बाद से ही नाजिया से ससुराल वाले बाइक व कीमती सामानों की मांग कर प्रताडित करते, विवाहिता का पति नशे में उसके साथ मारपीट करता है। 8 मार्च 2024 को विवाहिता के साथ मारपीट करने से पेट में पल रहे तीन माह के बच्चे की भी मौत हो गई। जिसका इलाज परिजनों ने नैनवां लाकर करवाया। उसके बाद 25 जून को नाजिया के सास- ससुर आए और नाजिया को अपने साथ ले गए। 29 जून शाम को नाजिया के पति और सास ससुर ने दहेज की मांग करते हुए नाजिया के साथ मारपीट की ओर उसका दाया हाथ जलाते हुए गर्म मीटर में डाल दिया, जिससे उसका हाथ 80 प्रतिशत तक झूलस गया। विवाहिता नाजिया चिल्लाती रही लेकिन उन्हें उसपर तरस नहीं आया। इसके बाद 3 जुलाई को किसी तरह नाजिया ने सारा घटनाक्रम अपने चाचा को बताया। इस पर चाचा तालेड़ा पहुंचे और पीडिता को तालेड़ा चिकित्सालय और उसके बाद कोट एमबीएस अस्पताल में डाक्टर को दिखाया, जहां चिकित्सक ने हाथ में इंफेक्शन फैलने का कारण बताते हुए उसका हाथ काटने का परामर्श दिया। उसके बाद कोटा के एक निजी अस्पताल में दिखाया जहां भी इंफेक्शन बताते हुए 7 दिन उपचार करने के लिए कहा और कहा कि 7 दिवस में अगर सुधार नहीं हुआ तो हाथ काटना पड़ेगा और इसमें 5 लाख रूपये खर्च आएगा। पीड़िता के परिजनों और उसके चाचा की हालत आर्थिक रूप से मजबूत नहीं है, ऐसे में वह उसका इलाज करने में असमर्थ है। उन्होंने आरोपी पति और सास ससुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और इलाज का समुचित खर्चा पति और सास ससुर से वसूलने की मांग की है।