नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के लिए शुक्रवार का दिन बेहद ही खराब रहा। कंपनी की सेवाएं ठप होने से दुनियाभर में कई कंपनियों का कामकाज बाधित हुआ। भारत, अमेरिका, ब्रिटेन समेत पूरी दुनिया की एयरलाइंस, एटीएम, बैंकिंग और कॉर्पोरेट जगत पर इसका असर देखने को मिला। आपको बताते हैं कि कैसे इसकी शुरुआत हुई और कौन-कौन इससे प्रभावित हुआ...
भारत में 200 से अधिक उड़ानें रद्द
भारत में एयरलाइंस कंपनियों ने अपने 200 से अधिक उड़ानों को रद्द कर दिया, जबकि अमेरिका में इसके कारण उड़ान सहित बैंकिंग सेक्टर का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ। वहीं, इस आउटेज के कारण कई देशों में उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, बैंकों एवं अस्पतालों का कामकाज ऑफलाइन के माध्यम से करना पड़ा। इस आउटेज का असर कई मीडिया संस्थानों पर भी देखने को मिला।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी पर भी पड़ा असर
वहीं, इस आउटेज का असर देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी, होंडा सहित कई अन्य ऑटोमोबाइल कंपनियों पर भी पड़ा। Maruti Suzuki India ने कहा कि सर्वर ठप होने के कारण कंपनी को अपने प्लांट्स पर परिचालन बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
- माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से बताया गया कि यह समस्या एक थर्ड पार्टी कंपनी क्राउडस्ट्राइक (साइबर सिक्यूरिटी देने वाली सॉफ्टवेयर कंपनी) की वजह से पैदा हुई है।
- क्राउड स्ट्राइक ने विंडोज-10 को साइबर हमले से ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए एक सिस्टम अपग्रेड किया था।
- इंडिगो ने अपने करीब 200 उड़ानों को किया रद्द
- क्राउडस्ट्राइक के सीईओ जॉर्ज कर्ट्ज ने आउटेज के लिए माफी मांगी
मैनुअल तरीके से हुआ सारा काम
इधर, माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर ठप का असर हवाई उड़ानों पर सबसे अधिक देखने को मिला। इससे सबसे अधिक इंडिगो एयरलाइन की उड़ानें प्रभावित हुई। कंपनी ने बताया है कि बुकिंग, चेकिंग, बोर्डिंग पास जारी करने का काम प्रभावित हुआ है। आउटेज के कारण करीब 200 उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। स्पाइसजेट, अकासा एयर, विस्तारा जैसी एयरलाइनों ने भी उन्हें तकनीकी स्तर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, इससे कामकाज प्रभावित हुआ है और मैनुअल तरीके से सारा काम काज करना पड़ रहा है।
भारत में 10 बैंकों पर दिखा असर
वहीं, माइक्रोसॉफ्ट आउटेज का असर भारतीय वित्तीय क्षेत्रों पर भी ज्यादा नहीं पड़ा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि भारतीय वित्तीय क्षेत्र माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर ठप होने से अधिक प्रभावित नहीं हुए। आरबीआई ने कहा कि इस आउटेज के कारण सिर्फ 10 बैंकों और नबीएफसी में मामूली व्यवधान देखने को मिला। हालांकि, बाद में हल कर लिया गया।