सांगोद, कोटा बरसात की शुरुआत होते ही शहर में मच्छरों का आतंक बढने लगा है। मच्छरों को पनपने के लिए भी शहर में जगह-जगह बारिश का पानी भरा हुआ है। गर्मी, उमस और पानी भरने की वजह से अक्सर मच्छरों को पनपने के लिए सही वातावरण मिल जाता है। जिससे कई खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मानसून में मच्छरों से होने वाली बीमारियों में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, वायरल बुखार आदि शामिल हैं। जो अक्सर इन दिनों चिंता का विषय बने रहते हैं। लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। बारिश की शुरुआत के साथ ही मच्छरजनित बीमारियां भी पैर पसारना प्रारंभ कर देती हैं। जिसकी मुख्य वजह होती है जगह-जगह पानी भराव। जिसमें मच्छर पनपकर अपने डंक से लोगों को बीमारियां परोसते हैं। शहर के अस्पतालों में भी मच्छरजनित बीमारियों से ग्रसित मरीज पहुंचने लगे है। शहर में कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां हल्की सी बारिश में जलभराव की स्थिति हो जाती है। जहां पानी कई दिनों तक भरा रहता है। खासकर खाली भूखंड मच्छरों के पनपने का बड़ा जरिया बन रहे है। कीटनाशक दवाओं का छिडक़ाव नहीं होने से मच्छर तेजी से पनपने लगे हैं। जिनके लार्वा से मलेरिया और डेंगू जैसे गंभीर रोग का खतरा भी बढ़ गया है।