नई दिल्ली। न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर सिंह और न्यायमूर्ति आर महादेवन को मंगलवार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया। विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने 15 दिसंबर को इन नियुक्तियों की घोषणा की थी। एक बार उनके शपथ ले लेने पर सर्वोच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश सहित स्वीकृत पदों की संख्या 34 हो जाएगी।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर सिंह मणिपुर से शीर्ष अदालत में नियुक्त होने वाले पहले न्यायाधीश बन गए हैं। न्यायमूर्ति महादेवन वर्तमान में मद्रास उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हैं।
कोटिश्वर सिंह होंगे मणिपुर से पहले जज
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह और मद्रास हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश जस्टिस आर महादेवन को सुप्रीम कोर्ट जज बनाने की सिफारिश की गई थी। केंद्र सरकार द्वारा सिफारिश मान लेने के बाद अब जस्टिस सिंह यह उपलब्धि हासिल करने वाले मणिपुर के पहले न्याायाधीश हैं। सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस समेत 34 जज होते हैं और अभी तक दो पद खाली थे।
जस्टिस कोटिश्वर सिंह फरवरी 2023 से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं।
सिंह 2012 में बने थे स्थायी न्यायाधीश
जस्टिस सिंह का जन्म 1 मार्च, 1963 को मणिपुर के इंफाल में हुआ था। उनके पिता का नाम (दिवंगत) जस्टिस एन इबोटोम्बी सिंह था, जो गुवाहाटी हाई कोर्ट के पहले एडवोकेट जनरल थे और उनके पिता का नाम एन गोमती देवी था।
गुवाहाटी हाईकोर्ट में जाने से पहले उन्होंने कुछ समय तक सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस की थी। उन्हें 2008 में गौहाटी उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया गया था।
2011 में, न्यायमूर्ति सिंह ने गौहाटी उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में शपथ ली और 2012 में उन्हें स्थायी न्यायाधीश बनाया गया।