संसद के बजट सत्र में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने केन्द्र की एनडीए सरकार को संसद से सड़क तक घेरने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। संसद में देश के ज्वलंत मुद्दों को उठाने के साथ दिल्ली से लेकर प्रदेश व जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। दरअसल, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा के विधानसभा चुनावों से पहले संसद का बजट सत्र काफी अहम माना जा रहा है। विपक्षी दल कांग्रेस इस सत्र में सरकार को हर तरह से घेरने की कोशिश में जुटी हुई है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पिछले दिनों देश के कई राज्यों का दौरा कर सरकार को घेरने वाले मुद्दों को धार दी है। इनमें सामयिक मुद्दों के अलावा महंगाई-बेरोजगारी के मुद्दे उठाए जाएंगे। कांग्रेस का सबसे अधिक फोकस युवाओं के भविष्य से जुड़े नीट समेत अन्य भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी पर है। इस मुद्दे पर सरकार घिरी हुई है। राहुल गांधी ने पिछले एक साल में मणिपुर के तीन दौरे किए हैं। उन्होंने साफ कहा कि यहां हालात सुधरने की बजाय बिगड़ रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार भी यहां नहीं पहुंचे हैं। सेना की अग्निवीर योजना को बंद करने के लिए कांग्रेस समेत विपक्ष केन्द्र पर दबाव बना रहा है। राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना के शहीद सैनिकों के परिजनों से मिलकर इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है। संसद में यह मामला उठाकर कांग्रेस एनडीए घटक दलों से भी समर्थन की आस लगाए बैठी है।