गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट साइबर सिक्योरिटी सर्विस देने वाले स्टार्टअप Wiz को खरीदने की तैयारी में है। आने वाले दिनों में अल्फाबेट की इस खरीद पर मुहर लग सकती है। इस डील को 23 बिलियन डॉलर में पूरा किया जाएगा। अगर डील पूरी हो जाती है तो अल्फाबेट की यह अब तक की सबसे बड़ी डील होगी। 2012 में कंपनी ने मोटोरोला मोबिलिटी को खरीदा था।

गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट साइबरसिक्योरिटी स्टार्टअप विज को खरीदने की तैयारी कर रही है। कंपनी इस डील को 23 बिलियन डॉलर में करने के लिए तैयार है। अगर डील पूरी हो जाती है तो यह अल्फाबेट की अब तक की सबसे बड़ी खरीद होगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह डील अपने अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। आने वाले कुछ दिनों में अल्फाबेट की इस खरीद पर मुहर लग सकती है।

क्लाउड बेस्ड साइबर सिक्योरिटी सर्विस देता है स्टार्टअप

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अल्फाबेट की यह डील जल्द पूरी होने वाली है। Wiz साइबरसिक्योरिटी स्टार्टअप इजरायल में शुरू हुआ था, लेकिन मौजूदा वक्त में यह न्यूयॉर्क बेस्ड कंपनी है। इस कंपनी का बिजनेस तेजी से विस्तार कर रही है। क्लाउड बेस्ड साइबर सिक्योरिटी सर्विस प्रदान करने वाली इस कंपनी की सर्विसों का इस्तेमाल रियलटाइम में खतरों का पता लगाने और उनका जवाब देने के लिए किया जाता है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का सहारा लिया जाता है। 2023 में विज ने लगभग 350 मिलियन डॉलर की कमाई की थी।

साइबर सिक्योरिटी को बेहतर बनाने का मकसद

Wiz को खरीदने के पीछे अल्फाबेट का मकसद अपनी साइबर सिक्योरिटी सर्विसेज को पहले से बेहतर बनाना है। इसी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। अल्फाबेट की यह डील कई मायनों में खास है। राष्ट्रपति जो बिडेन के नेतृत्व में अमेरिकी सरकार बड़ी टेक कंपनियों पर पहले से ज्यादा फोकस कर रही है। बता दें स्टार्टअप कंपनी Wiz पहले से ही माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसे बड़े क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ पार्टनरशिप में है।

इसके ग्राहकों में मॉर्गन स्टेनली और डॉक्यूसाइन जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। Wiz के अमेरिका, यूरोप, एशिया और इजराइल में तकरीबन 900 इम्प्लॉई हैं। इस साल 400 और नए इम्प्लॉइज को हायर करने की भी प्लानिंग है।

गूगल की सबसे बड़ी डील

अगर अब तक की गूगल की सबसे बड़ी डील की बात की जाए तो वह मोटोरोला मोबिलिटी का 12.5 बिलियन डॉलर में खरीदे जाना है। मई 2012 में गूगल ने मोटोरोला मोबिलिटी को 12.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर में खरीदा था। हालांकि कंपनी इसके जरिये कुछ खास नहीं कर पाई और कुछ ही समय बाद महज 2.91 बिलियन डॉलर में इसे बेच दिया गया।