राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में आज भारी हंगामा होने के आसार हैं, क्योंकि विपक्ष नेता बजट पर अपनी बात रखने वाले हैं. इस दौरान उद्योग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, जनजाति क्षेत्रीय विकास, राजस्व, वन, सहकारिता विभाग से संबंधित सवाल जवाब होना भी प्रस्तावित है, जिससे भजनलाल सरकार की परेशानी बढ़ सकती है. सदन में आज रामबाग गोल्फ क्लब के संचालन में कथित भ्रष्टाचार का मामला भी जोर-शोर से उठाया जाएगा. इसके साथ ही पंजीकृत समितियों को सरकार से आंवटित भूखण्डों पर भूमाफिया द्वारा अवैध कब्जा कर जमीन हड़पने का मामला भी सदन में उठेगा. इस दौरान हंगामा होने के आसार हैं. इसके अलावा मंत्री ओटाराम देवासी तीन अधिसूचनाएं सदन में रखेंगे. यह तीनों अधिसूचनाएं आपदा प्रबन्धन-सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग से जुड़ी हैं जो पहले किरोड़ी लाल मीणा का विभाग था. वहीं मंत्री सुरेश रावत आज सदन में वार्षिक प्रतिवेदन रखेंगे. इसमें सबसे महत्वपूर्ण गांधी वाटिका न्यास जयपुर निरसन विधेयक 2024 सदन में पुरःस्थापित करने का मामला है. बताते चलें कि विधानसभा में बजट पेश करने के बाद भजनलाल सरकार ने मुख बंद का प्रयोग किया है, जिसके तहत अब गृह-शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभागों की अनुदान मांगों पर अब सदन में बहस और मतदान नहीं होगा. इस फैसले के पीछे कोई ठोस वजह अभी तक सामने नहीं आई है. लेकिन कहा जा रहा है कि जिस तरह सदन में विपक्ष ने कानून व्यवस्था व शिक्षा मंत्री के बयान को मुद्दा बनाया है, इससे राज्य सरकार को चिंता सताने लगी है. ऐसे में अगर इन विभागों पर बहस के बाद मतदान हुआ और उसमें विपक्ष जीत गया तो बजट घोषणाओं पर पानी फिर सकता है. इस लिहाज से प्रदेश सरकार ने 'मुख बंद' का प्रयोग किया है. इससे पहले जुलाई 2019 में पूर्व सीएम अशोक गहलोत भी इस दांव को चलकर ऐसे संकट से उबर चुके हैं.