कोटा. कोटा-रामगंजमंडी रेल खंड के बीच स्थित दरा-रांवठारोड़ स्टेशनों के बीच दो चोरों द्वारा सिग्नल केबल काटने का मामला सामने आया है। कटी केबल के कारण सिग्नल नहीं मिलने से कई ट्रेनें मौके पर खड़ी हो गईं। बाद में विशेष ऑथिरिटी देकर ट्रेनों को आगे रवाना किया। रामगंजमंडी आरपीएफ मामले में कार्रवाही कर रही है। हालांकि आरपीएफ मामले को छुपाने की कोशिश करती नजर आ रही है। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना सुबह करीब 6.15 बजे की है। दो चोर औजारों की मदद से सिग्नल केबल काट रहे थे। केबल कटते ही सिग्नल आना बंद हो गए। सिग्नल नहीं आने से ट्रेन संचालन ठप हो गया। सिग्नल नहीं मिलने से मौके पर खड़ी हुई कई ट्रेनों को मैनुअल तरीके से चलाया गया। इस दौरान स्टेशन स्टाफ सिग्नल फेल होने के कारणों का पता लगाने में भी जुट गया। जांच के दौरान एक पाइंट्मैन स्टेशन से थोड़ी दूर दो चोर केबल काटते नजर आए। पाइंट्समैन के ललकारने पर दोनों चोर भाग गए।पाइंट्समैन ने भी इनके पिछे दौड़ लगा दी। इनमें से एक चोर दीवार फांदकर भागने में कामयाब रहा। जबकि समय रहते दीवार फांदने में असमर्थ दूसरा चोर प्वांइट्समैन के हत्थे चढ़ गया। कुछ देर बाद अन्य कर्मचारी और आरपीएफ जवान भी मौके पर पहुंच गए। बाद में आरपीएफ चोर को पड़कर रामगंजमंडी ले गई। यहां पूछताछ के बाद आरपीएफ ने दूसरे चोर को भी पकड़ लिया। इनमें से एक चोर दरा और दूसरा झालावाड़ सुकेत का रहने वाला बताया जा रहा है। हालांकि फिलहाल इनके नाम का खुलासा नहीं हो सका है। आरपीएफ आधार कार्ड के आधार पर इनके नामों को सत्यापित करने का प्रयास कर रही है। मामले में रामगंजमंडी पोस्ट प्रभारी सब इंस्पेक्टर संतोष धाकड़ से जानकारी लेने की कौशिश की गई। लेकिन संतोष ने अपने अधिकार क्षेत्र का मामला होने से ही साफ इनकार कर दिया। इसके बाद कोटा आरपीएफ पोस्ट प्रभारी का काम देख रहे सब इंस्पेक्टर सुमित रधुवंशी ने भी इसे अपना क्षेत्र का मामला नहीं बताया। इसके बाद सहायक मंडल सुरक्षा आयुक्त बीके मीणा ने भी ऐसे किसी मामले की जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया। जोर देकर पूछने पर मीणा ने मामले को देखने की बात कही।