भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय राज मार्ग 52 चारलेन निर्माण के दौरान सुकेत से रामपुरिया बालाजी मार्ग को जोड़ने के लिए बनाया गया अंडर पास इन दिनों दुर्घटनाओं का स्पोर्ट बना हुआ है। पूर्व में कई दुर्घटनाएं यहां हो चुकी है। जिसमे लोगो को अपनी जान भी गवानी पड़ी है, बावजूद इसके अभी तक इस मामले में कोई सज्ञान नही लिया गया है। दरअसल भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने राष्ट्रीय राज मार्ग 52 निर्माण का कार्य पटेल इंफ्रास्ट्रक्चर कम्पनी को दिया था। कम्पनी को यह कार्य अमझार पुलिया से तीन धार तक करना था। जो पूरा हो चुका है। जानकारी के अनुसार कम्पनी द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्य के दौरान रामपुरिया बालाजी रोड़ को लेकर विवाद उपजा था। विवाद में सामने आया था कि कम्पनी यहां अंडर पास नही बना रही थी। जिसके चलते दर्शनार्थियों को लंबी दूरी तय कर बालाजी दर्शन को जाना पड़ रहा था। इसके चलते कई लोगो ने पुर जोर तरीके से आवाज उठाकर कम्पनी से अंडर पास का निर्माण करवाया, लोगो की एकता के चलते कम्पनी ने अंडर पास का निर्माण तो कर दिया, लेकिन साइड देखने के लिए मिरर नही लगाया। जिसके चलते अंडर पास दुर्घटनाओं का स्पोर्ट बना हुआ है।

वही बालाजी दर्शन को जाने वाले श्रद्धालु इसी मार्ग से होकर गुजरते है। जिन्हें इस अंडर पास से होकर गुजरना पड़ता है। सड़क के दोनो साइड सर्विस रोड़ के चलते यहां रामगंजमण्डी और सुकेत की और से आने वाले वाहन गुजरते है। इस दौरान अंडर पास से निकलने वाले वाहन चालक को दोनो और दिखाई नही देता है। जिससे हादसा होने का अंदेशा हमेशा बना रहता है। वाहन चालकों का कहना है कि जिम्मेदारों को सड़क के कॉर्नर पर मिरर लगाना चाहिए जिससे कि सर्विस रोड़ पर आवागमन करने वाले वाहन आसानी से देख कर सड़क पार की जा सके।