रामगंजमंडी मे नाथ संप्रदाय ने एसडीएम अनिल कुमार सिंघल को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम ज्ञापन सौपा है। जिसमे नाथ संप्रदाय ने "गोरखधंधा" शब्द को राजस्थान मे बैन करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस शब्द को मध्यप्रदेश, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश मे बैन किया हुआ है। केवल राजस्थान मे किसी भी अवैध कार्य या किसी का हक़ मारने को "गोरखधंधा" शब्द से सम्बोधित किया जाता है, जबकि इसके आलावा भी कई शब्द है जो अवैध कार्य वालो के लिए प्रयोग कर सकते है। इस दौरान उन्होंने चेतावनी भी दी है की जल्द ही इस शब्द पर आधिकारिक रूप से बैन नहीं लगाया तों इसे नाथ संप्रदाय का अपमान समझा जाएँगा। ऐसा नहीं होने पर नाथ संप्रदाय आंदोलन करेंगा।
गोरक्ष नाथ सेवा समिति अध्यक्ष गिरिधारी नाथ ने बताया कि राजस्थान में योगी नाथ संप्रदाय की जनसंख्या क़रीब 25 लाख है। गोरखधंधा शब्द नकारात्मक शब्द है जिसे सीधा-सीधा नाथ संप्रदाय के गुरु गोरखनाथ महाराज से जोड़कर देखते है। ऐसे में समाज में नाथ संप्रदाय की आस्था पर कठुराघात हो रहा है। गोरखधंधा शब्द नकारात्मक, असामाजिक तत्वों के कार्य में प्रयोग होता है । लेकिन समाज में एक जैसा शब्द भ्रमित करता है। क्योंकि एक शब्द बुराई का प्रतीक है तो दूसरा शब्द समाज कल्याण माँ और अध्यात्म वर्धक है। इसलिए हमारी माँग है कि गोरखधंधा शब्द पर प्रतिबंध लगाया जाए।