पदोन्नत शिक्षकों का काउंसलिंग से हो पदस्थापन-तिवाड़ी

एक से अधिक विषयों में चयनितों से विकल्प लेकर शेष की रिव्यु डीपीसी करने हेतु शिक्षामंत्री को लिखा पत्र।

श्रीमाधोपुर 

राजस्थान संस्कृत शिक्षा विभागीय शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तिवाड़ी मऊ ने संस्कृत शिक्षा विभाग में हाल ही पदोन्नत हुए विभिन्न संवर्गों के कार्मिकों को काउंसलिंग के आधार पर पदस्थापित करने की मांग को लेकर राज्य के संस्कृत शिक्षामंत्री मदन दिलावर को पत्र लिखा है।

तिवाड़ी ने बताया कि पत्र यह निवेदन किया गया है कि पदोन्नत कार्मिकों को काउंसलिंग से पदस्थापित किया जाता है तो आर्थिक लाभ नहीं होने के बावजूद भी अधिकतर कार्मिक पदोन्नत पद पर कार्यरम्भ करेंगे जो विद्यार्थियों के एवं शिक्षकों के हित में होगा। वहीं राजकोष पर भी कोई अतिरिक्त आर्थिक भार भी नहीं पड़ेगा।

तिवाड़ी ने यह भी बताया कि हाल ही जारी तृतीय श्रेणी से वरिष्ठ अध्यापक पदोन्नति पात्रता सूचियों में बहुत से शिक्षकों को एक से अधिक विषयों में पदोन्नति का पात्र दर्शाया गया है। गणित विषय में 6 से 8 व 12,14 एवं 15 से 19 तथा 103 क्रम संख्या वाले शिक्षकों को विज्ञान विषय मे भी दर्शाया गया है। वहीं संस्कृत विषय में क्रम संख्या 3,18,28,32 पर अंकित शिक्षकों को अंग्रेजी विषय सूची में क्रमशः 4,14,22 एवं 23 क्रम संख्या पर भी दर्शाया गया है।

अंग्रेजी विषय में क्रम संख्या 2 पर अंकित को सामाजिक में 40 पर तथा सामाजिक में क्रम 15 को हिंदी विषय के 57 क्रम पर भी दर्शाया गया है। इसके अलावा भी ऐसे मामले हैं जिनमें एक से अधिक विषयों में शिक्षकों को पदोन्नति का पात्र माना गया है। जिससे बहुत से पात्र शिक्षक पदोन्नति से वंचित रह गए हैं।

संगठन के प्रदेश महामंत्री दयाल सिंह काजला ने बताया कि शिक्षामंत्री से पदोन्नत शिक्षकों का काउंसलिंग से पदस्थापन करने व एक से अधिक विषयों में पदोन्नति के पात्र शिक्षकों से विकल्प लेकर उन्हें तदनुसार पदोन्नत करने एवं शेष रहे विषयों की तत्काल रिव्यू डीपीसी करवाकर पात्र शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ देने की मांग की है। पत्र की प्रति शासन सचिव एवं आयुक्त संस्कृत शिक्षा को भी भिजवायी गयी है।