राजस्थान विधानसभा बजट सत्र में छात्रसंघ का मुद्दा गूंजा. विधायक रविंद्र भाटी ने शून्य काल में छात्रसंघ चुनाव पर सवाल पूछा. रविंद्र सिंह भाटी ने कहा,  "युवा देश का भविष्य है और युवाओं में राजनीतिक क्षमता का विकास छात्रसंघ चुनाव से होता है. छात्र संघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी है. विधानसभा अध्यक्ष सहित प्रदेश के कई नेता इसी सीढ़ी से होकर राजनीति में मुकाम बनाए हुए हैं."  रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, "छात्रसंघ चुनाव से ही युवा सेवा, दूसरे के अधिकारों के लिए लड़ना सीखता है. छात्रसंघ चुनावी वर्तमान राजनीति का आधार स्तंभ है. राज्य सरकार स्वच्छ, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से नियमित रूप से छात्रसंघ चुनाव कराए."विगत सरकार ने कुलपति समिति की सिफारिश के आधार पर वर्ष 2023-24 के छात्र संघ चुनावों पर रोक लगा दी थी। समिति द्वारा की गई सिफारिश के अनुसार छात्रसंघ चुनाव नवीन शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन में बाधक है। छात्र संघ चुनावों के संबंध में उक्त तर्क पूर्णतः औचित्यहीन हैं। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव नवीन शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियानवन में बाधक है. इन चुनावों के संबंध में उक्त तर्क पूरी तरह से औचित्यहीन है. युवा हमारे देश का भविष्य है. युवाओं में राजनीति क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता में विकास के लिए नियमित रूप से छात्रसंघ चुनाव कराया जाना प्रदेश के युवाओं के लिए आवश्यक है. यह देश के निर्माण में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करता है.